बिहार में हजारों की संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी सातवें चरण की शिक्षक बहाली की मांग को लेकर लगातार धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर वे अभियान चला रहे हैं. अभ्यर्थियों के लगातार अभियान के बाद आखिरकार सरकार ने उनकी सुध ली है.
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इस बात के संकेत दिए हैं कि अब जिन नियोजन इकाइयों में एक बार भी चयन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है उन्हें सातवें चरण में शामिल करते हुए अगला चरण आरंभ किया जाएगा. शिक्षा विभाग के इस निर्णय से कई सालों से शिक्षक बहाली की उम्मीद लगाए अभ्यर्थियों की उम्मीद बढ़ गई है.
ये जानकारी जरुरी है कि छठे चरण में प्रारंभिक शिक्षकों के 90762 पदों पर नियोजन की प्रक्रिया वर्ष 2019 के जुलाई महीने में शुरू हुई थी जो विशेष काउंसलिंग चक्र के तहत 18 अप्रैल तक चली. काउंसलिंग चार बार हुई- जुलाई 2021, अगस्त 2021, जनवरी-फरवरी 2022 और मार्च 2022. इस दौरान लगभग 42000 शिक्षकों का चयन हुआ और उन्हें विभिन्न स्कूलों में नियुक्ति मिल गई. इसके अलावा करीब डेढ़ सौ ऐसी नियोजन इकाइयां हैं जो नगर पंचायत में उत्क्रमित होने की वजह से नियोजन की प्रक्रिया शुरू नहीं कर पाई. ऐसी नियोजन इकाइयों को अब सातवें चरण में शामिल करने के संकेत शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने दिए हैं. इस तरह छठे चरण में 48000 से ज्यादा पद खाली रह गए. वर्ष 2019 के बाद प्रारंभिक स्कूलों में जो रिक्तियां हुई हैं, उन्हें भी सातवें चरण में शामिल किया जाएगा और इस तरह सातवें चरण में भी प्रारंभिक शिक्षकों के 90,000 से ज्यादा पदों पर बहाली होने की संभावना है.
इधर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने भी कहा है कि माध्यमिक-उच्च माध्यमिक शिक्षकों के छठे चरण के नियोजन की प्रक्रिया 28 जुलाई को पूरी हो जाएगी इसके बाद सातवां चरण शुरू होने की संभावना है. माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 70000 से ज्यादा पदों पर सातवें चरण में बहाली की संभावना जताई जा रही है. इस बीच बिहार में नगर निकाय के चुनाव भी संपन्न होने की संभावना है जिसके बाद सातवां चरण आसानी से संभव हो सकेगा. सातवें चरण की बहाली में कई नई बातें देखने को मिल सकती हैं जिनमें सेंट्रलाइज आवेदन लेकर बहाली की भी प्रक्रिया संभावित है.
@BiharTeacherCan @Biharteacher19 @biharteacher1 @Biharter19 @Bihartetstet
pncb