सातवें चरण को लेकर अभ्यर्थियों ने फिर चलाया ट्विटर कैंपेन

बिहार संघर्षशील शिक्षक संघ, कोर टीम ट्वीटर हैंडल @Bihartet19 के अध्यक्षता मे आज शिक्षकों के कमी एवं 7वें चरण के विज्ञापन को लेकर ट्वीटर अभियान रखा गया जिसका हैशटैग #Teachers_Shortage_In_Bihar था
जिसमें बिहार सहित पूरे भारत से लाखों ट्वीट के साथ हैशटैग भारत मे पुरे दिन 1 नंबर पर ट्रेंड करता रहा.


अभ्यर्थियों ने बताया कि 2019 में आए विज्ञापन के अनुसार 90,000 से अधिक शिक्षकों की बहाली होनी थी, लेकिन उसमें से मात्र 42000 सीट पर शिक्षकों की भर्ती हो पायी. लगभग 50,000 सीट खाली रह गयी.
अभ्यर्थियों का कहना है कि नई शिक्षा नीति के तहत छात्र और शिक्षक का अनुपात 30:1 होना चाहिए तो उस आधार पर पूरे बिहार मे 4,00,000 शिक्षकों की कमी देखने को मिल रही है जबकि BTET/CTET पास होकर बेरोजगार अभ्यर्थी 3 साल से नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
बिहार संघर्षशील शिक्षक संघ के मुख्य प्रवक्ता राहुल झा ने कहा कि बहुत से स्कूलों मे शिक्षक के अभाव में एक ही रूम में दो दो वर्गों का संचालन किया जा रहा है जबकि बहुत से स्कूलों मे बेसिक ग्रेड के शिक्षक स्नातक ग्रेड का कार्य कर रहे है एवं बहुत से ऐसे स्कूल अभी भी है जहाँ 1 शिक्षक के भरोस स्कूल चल रहा है.
अभ्यर्थियों ने सरकार से मांग की है कि 7वां फेज के शिक्षकों का भर्ती के लिए नया रोस्टर के साथ 2022 तक के रिक्ति को जोड़कर जल्द से जल्द भर्ती निकाले.




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By dnv md

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