मुख्यमंत्री ने चैती छठ के पर राज्यवासियों को दी बधाई एवं शुभकामनायें
- शारदीय नवरात्र की तरह ही वासंतिक नवरात्र की पूजा भी धूमधाम से की जाती है.नौ दिनों तक देवी मां दुर्गा की उपासना की जाती है. बिहार में नवरात्रि के साथ ही चैती छठ पूजा का भी खास महत्व होता है.वासंतिक चैती छठ पूजा में भी पूरे विधि-विधान से भगवान भास्कर की आराधना की जाती है.
पूरे देश में लोक आस्था का महान पर्व छठ आज से नहाय खाय के साथ शुरू हुआ. साल में यह त्योहार दो बार मनाया जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, एक चैत्र माह और दूसरा कार्तिक मास में. हालांकि कार्तिक शुक्ल षष्ठी को मनाये जाने वाला छठ पर्व मुख्य माना जाता है. कार्तिक छठ पूजा का विशेष महत्व माना जाता है. चैती छठ पूजा को बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के साथ देश के कई हिस्सों में मनाया जाता है. इस साल चैती छठ पर्व 05 अप्रैल 2022, मंगलवार को नहाय- खाय के साथ शुरू होगया , जो कि 08 अप्रैल, शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समाप्त होगा. पटना में गंगा नदी के छठ घाटों पर श्रधालुओं की भारी भीड़ उमड़ी लोगों ने गंगा में स्नान कर भगवन भास्कर को नमन को नमन किया.
छठी मैया को मानते हैं सूर्य की बहन
मान्यताओं के अनुसार छठी मैया को सूर्य देव की बहन माना जाता है. इसलिए छठ पूजा के दौरान सूर्य की उपासना की जाती है. कहा जाता है कि सूर्य की पूजा करने से छठी मैया प्रसन्न होती हैं.
सीएम नीतीश कुमार ने चैती छठ पर्व पर दी बधाई एवं शुभकामनायें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चैती छठ के अवसर पर राज्यवासियों को बधाई एवं शुभकामनायें दी. मुख्यमंत्री ने शुभकामना संदेश में कहा है कि छठ आत्मानुशासन का पर्व है, जिसमें लोग आत्मिक शुद्धि और निर्मल मन से अस्ताचलगामी और उदयीमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं.मुख्यमंत्री ने कहा कि चैती छठ राज्यवासियों के लिये सुख, समृद्धि एवं शांति लेकर आये.
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