बिहार दिवस 2022: बच्चों ने दिखाए जल जीवन और हरियाली के कई आयाम




चित्रकला प्रशिक्षण शिविर और प्रतियोगिता का आयोजन

ललित कला अकादमी और भारतीय नृत्यकला मंदिर में हुआ आयोजन

तीन दिवसीय कार्यशाला शिविर में 100 से अधिक प्रतिभागी हुए शामिल

चार प्रशिक्षकों ने सिखाये चित्रकला के गुर

ये हैं विजेता

8 से 10 वर्ग में शम्स अली- प्रथम द्वितीय प्राची बर्णवाल और तृतीय शताक्षी मिश्रा ,सांत्वना पुरस्कार उदिता आर्या और अनुष्का कुमारी को दिया गया. वहीँ 5 से 7 वर्ग में ओजम विकास-प्रथम, अनुष्का,द्वितीय विजया लक्ष्मी,तृतीय पुरस्कार मिला वहीँ सांत्वना पुरस्कार-स्पंदन बोस. समृद्धि रश्मि को दिया गया.

वंदना प्रेयसी,सचिव कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की सचिव

बिहार दिवस के अवसर पर राज्य में कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था जहाँ बिहार और देश के कलाकारों ने अपने फन के जौहर दिखाए.इस 110 वें बिहार दिवस का थीम भी जल जीवन हरियाली रखा गया. कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार तथा बिहार ललित कला अकादमी पटना के संयुक्त सौजन्य से बिहार दिवस के अवसर पर दिनांक 22 23 एवं 24 मार्च, 2022 तक पेंटिंग प्रशिक्षण शिविर-सह-प्रतियोगिता का आयोजन कला दीर्घा बिहार ललित कला अकादमी में किया गया. आयोजन का उद्देश्य छात्र / छात्राओं को कला के प्रति जागरूक करना था. इस कार्यशाला शिविर में 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया. जिन्हें दो दिनों तक चार प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षित भी किया गया तथा अंतिम दिन सभी प्रतिभागियों में पेंटिंग प्रतियोगिता भी आयोजित किया गया। जिसमें कई प्रतिभागी ने जल जीवन हरियाली विषय पर बहुत ही अच्छे-अच्छे काम किये. बाद में उनमें से सर्वश्रेष्ठ कलाकृतियों के लिए प्रतिभागियों को सम्मानित किए गये..

कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने कहा कि हर बच्चों के मन में कुछ न रचनात्मक चीजें चलती रहती हैं इसी का प्रयास था कि बच्चे क्या सोंचते हैं जल जीवन हरियाली विषय पर. इस कारण से चार प्रशिक्षकों ने इन्हें चित्र बनाने के लिए तैयार किया.बच्चों की बनाई गई जिसने पेंटिंग देखी और बच्चों ने जैसे चित्र बनाए थे वो अपने आप में स्तब्ध कर देने वाले थे. बच्चों की पेंटिंग में वो सब दिखा जो एक अभियान में सहायक और मार्गदर्शन का काम करती है. उन्होंने कहा कि आयोजन लम्बे अंतराल पर हो रहा है पर बच्चों में भाव प्रदर्शन और समाज की समाज के प्रति जिम्मेवारी भी दिखी. बच्चों की पेंटिंग में गर्म हो रही पृथ्वी ,कटते जंगल और सूखते जल श्रोत को बड़े ही मार्मिक ढंग से प्रस्तुति की गई. बच्चों में कल्पनाशक्ति,रंगों के प्रति जिद और नये आयाम भी दिखे.

प्रतियोगिता दो खण्डों में किए गए थे प्रथम खण्ड 5 से 7 क्लास के बच्चे थे तो दूसरे खण्ड में 8 से 10 क्लास के बच्चे थे। दोनों खण्ड में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय के अतिरिक्त दो-दो सांत्वना पुरस्कार घोषित किए गये। जिन्हें प्रथम के लिए र 5000/-(पांच हजार रुपए), द्वितीय के लिए 3000/- (तीन हजार रुपए) तृतीय के लिए 2000/- (दो हजार रुपए) एवं सांत्वना के लिए 1000-1000/-(एक-एक हजार रुपए की राशि प्रदान दी गई।

लोयला हाई स्कूल के 11 बच्चों में से 5 छात्रों ने सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार जीते हैं जिनमें शम्स अली ,ओजम विकास ने दोनों अपने वर्ग में प्रथम आए.सताक्षी मिश्र को तृतीय स्थान मिला और स्पंदन बोस के साथ अपने वर्ग में उदिता आर्य ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया. लोयला हाई स्कूल पटना की शिक्षिका पूजा ने बताया कि बच्चों में कुछ करने की ललक बढ़ गई है और वे ऐसे आयोजनों में साफ़ दिखता है,टॉपिक पर काम कर बच्चे बहुत खुश होते हैं. बच्चों ने वाकई अच्छा काम किया है. कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी और ललित कला अकादमी के सचिव तारिक इकबाल ने पुरस्कार विजेताओं को प्रतिभागियों को पुरस्कार राशि एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए. पुरस्कार वितरण के साथ-साथ सभी प्रतिभागी को सहभागिता प्रमाण पत्र के अलावे सभी को 300/- (तीन सौ रुपए) यात्रा भत्ता भी प्रदान किए गये. निर्णायकों में राजधानी के वरीय चित्रकार दिनेश कुमार ,नम्रता कुमारी ,स्मिता परासर और जीतेंद्र मोहन प्रमुख थे.  

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By pnc

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