मुस्लिम परिवार ने रामायण मंदिर के लिए दान की करोड़ों की जमीन

By pnc Mar 22, 2022




कैथवलिया में जमीन देने की शुरुआत भी खान परिवार ने ही की
अब तक मिल चुकी है 100 एकड़ जमीन
125 एकड़ में होगा विश्व का सबसे ऊंचा और विशालतम मंदिर

बिहार के पूर्वी चंपारण में बनाए जाने वाले दुनिया के सबसे ऊंचे रामायण मंदिर के लिए एक मुस्लिम परिवार ने ढाई करोड़ रुपए से अधिक कीमत की अपनी जमीन दान कर दी है. यह मंदिर पूर्वी चंपारण जिला के कैथवलिया में बनाया जाना है. गांव के जमींदार इश्तियाक अहमद खान ने विराट रामायण मंदिर के लिए पूरी आस्था के साथ जमीन दान में दी है. गुवाहाटी में व्यवसाय कर रहे  इश्तियाक   अहमद खान और उनके परिजनों ने बीते बुधवार को पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया निबंधन कार्यालय में अपनी 23 कट्ठा (71 डिसमिल) जमीन का दान पत्र विराट रामायण मंदिर को निबंधित करा दिया.

सरकारी मुआवजे की दर के हिसाब से इस जमीन का मूल्य ढाई करोड़ रुपये से अधिक आंका गया है. इश्तियाक अहमद खान ने सोमवार को पटना के महावीर मंदिर में इसकी जानकारी मीडिया को दी. महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि पूर्व में भी इश्त्याक अहमद खान के परिजनों ने विराट रामायण मंदिर के लिए जमीन लेने में बहुत सहयोग किया है. उन्होंने बताया कि महावीर मंदिर की इस अति महत्वपूर्ण परियोजना के लिए कैथवलिया में जमीन देने की शुरुआत भी खान परिवार ने ही की. उन्होंने सबसे पहले मुख्य सड़क पर अवस्थित अपनी बेशकीमती जमीन किफायती दर पर मंदिर निर्माण के लिए दी. उसके बाद गांव के दूसरे लोगों ने भी प्रेरणा पाकर रियायती दरों पर जमीन देना शुरू किया.

आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि विराट रामायण मंदिर के लिए अब तक एक सौ एकड़ जमीन मिल चुकी है. 25 एकड़ जमीन और मिलनी है. कुल 125 एकड़ पर विश्व का सबसे ऊंचा और  विशालतम मंदिरों में एक विराट रामायण मंदिर का निर्माण होगा. विराट रामायण मंदिर का स्ट्रक्चर डिजाइन इस प्रकार होगा कि ढाई सौ साल से अधिक समय तक यह टिकाऊ होगा. इसके लिए केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के महानिदेशक पद से हाल ही में सेवानिवृत्त विनीत जायसवाल को विराट रामायण मंदिर परियोजना का मुख्य परामर्शी बनाया गया है.

250 साल से ज्यादा टिकाऊ डिजाइन और ढांचे के साथ बन रहे नये संसद भवन का निर्माण उनकी ही देखरेख में प्रारंभ हुआ. विराट रामायण मंदिर के निर्माण में नये संसद भवन के निर्माण में लगे तकनीकी विशेषज्ञों और दक्ष कारीगरों की सेवा ली जा रही है. आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि संसद भवन का काम पूरा कर बहुत जल्द ऐसी एक टीम विराट रामायण मंदिर के निर्माण में जुट जाएगी.

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