आरा, 19 मार्च. होली ऐसा त्योहार है जिसे मनाने के लिए, अपने अपनो से मिलने के लिए लोग अपने घर लौटते हैं और अपनो से मिलकर अपनी खुशियों को रंगो के माध्यम से व्यक्त कर अपनी लोक परम्परा को कायम रखते हैं. वैसे तो ये प्रचलन आम है जो हर साल शहर,गांवों और परिवारों के बीच चलता रहता है लेकिन इस बार होली में जिला मुख्यालय आरा में 20 बरसों से एक दूसरे से जुदा रहे दोस्तों ने होली के मौके पर एक दूसरे से मुलाकात किया और अपने बचपन के यादों में खो गए.
लगभग दो दर्जन ऐसे दोस्त जब होली के मौके पर शुक्रवार को शहर के प्रतिष्ठित चर्म रोग चिकित्सक डॉ राजीव रंजन के घर पर एक दूसरे से मिले तो भाव विभोर हो गए. सभी अपने बचपन की यादों में लौट गए. ये सभी जैन स्कूल के 95 और 96 बैच के छात्र थे जो आज देश-विदेश के कोने कोने में अपने अलग-अलग काम में व्यस्त हैं.
सिंगापुर से 8 वर्षों के बाद अपने घर लौटे कुमार प्रत्युष बेहद उत्साहित दिखे. उन्होंने बताया कि उन्हें विश्वास नहीं था कि स्कूल में साथ पढ़ने वाले दोस्त एक साथ यूं मिल जाएंगे. इस मौके पर मिलने वाले लोगों में राजीव रंजन, मंजीत कुमार, राकेश सिंह,हरे शंकर,प्रणव शुक्ला, आलोक कुमार सिंह, राहुल पांडेय,कमल कुमार, बृज तोमर, धनंजय कुमार,विनोद कुमार और ओ पी पांडेय मौजूद थे.
PNCB की रिपोर्ट