कई श्रेणी में बटोरे एक दर्जन अवार्ड
नाटक अंधेर नगरी चौपट राजा समेत नृत्य नाटिका सत्यभामा की प्रस्तुति
आरा रंगमंच के कलाकारों ने भागलपुर महोत्सव में नाटक अंधेर नगरी चौपट राजा समेत नृत्य नाटिका सत्यभामा और रंग जुलुस में छठ लोकपर्व का प्रदर्शन कर कुल दर्जन भर पुरस्कार अपने झोली में समेट लिया.गौरतलब है कि पिछले साल भी आरा रंगमंच ने मनोज सिंह के निर्देशन में दो नाटक अंधेर नगरी और शिव का धनुष प्रदर्शित कर दर्शकों का ऐसा प्यार पाया था कि दर्शकों ने पिछले साल ही आरा रंगमंच के कलाकारों को इस साल के महोत्सव में शिरकत करने के लिए मंच से हामी भरवाई थी. दर्शकों से मिले प्यार और सम्मान ने आरा रंगमंच के कलाकारों ने पुनः भागलपुर आने का वादा मंच से किया था. इस बार उसी कड़ी में पुनः आरा रंगमंच की टीम गयी, बस चेहरे इस बार अलग थे जिसे शशि सागर उर्फ़ बब्बू के निर्देशन में भेजा गया था.
विभिन्न प्रस्तुतियों के जरिए भोजपुर के लोकरंग को दिखा शशि सागर और आरा के युवा ऊर्जावान कलाकारों ने अपनी गरिमा इस बार भी बरकरार रखी. प्राप्त पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ नाटक के लिए शशि सागर को सर्वश्रेष्ठ निर्देशन का द्वितीय, सर्वश्रेष्ठ नाटक का पहला नरेंद्र कुंमार को, सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का पहला पुरस्कार शैलेंद्र सच्चु को, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का द्वितीय मीतू राज को, सर्वश्रेष्ठ चरित्र अभिनेता का द्वितीय रत्न देवा को, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का तीसरा पुरस्कार बिटू तिवारी को, सर्वश्रेष्ठ मेकअप और गेटअप का द्वितीय साजन वीर गुप्ता को,सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार का तीसरा पुरस्कार राहुल को मिला.रंगयात्रा में निकले छठ की झांकी को प्रथम और पंवरिया लोक नृत्य को सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति का पुरस्कार मिला. इस तरह कुल बारह पुरस्कार पाकर पुरे टीम का उत्साह चरम और है. आरा रंगमंच के कलाकारों के इस सफलता से खुश हो जिलेवासियों ने उनका नगर में आते ही भव्य स्वागत किया. बताते चलें कि टीम जब भागलपुर जा रही थी तो बहुत लोगों ने कलाकारों को हतोत्साहित किया था लेकिन जब वही टीम पुरस्कारों के ढेर के साथ लौटी तो लोगों का नजरिया ही रंगमंच और रंगकला के प्रति बदल गया.