राष्ट्रीय औसत अपराध 1.8 की तुलना में 1. 8 अपराध के साथ बिहार का 13वां स्थान
अपराध कमी में बिहार का है 25 वां स्थान
एनसीआरबी के साल 2020 के आंकड़े के बाद दावा
बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर एक तरफ जहां विपक्ष सरकार की घेराबंदी करता रहा है, वहीं बिहार पुलिस मुख्यालय ने एनसीआरबी के आंकड़ों के आधार पर बड़ा दावा किया है. बिहार पुलिस मुख्यालय ने राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो यानी एनसीआरबी द्वारा साल 2020 के प्रदर्शित आंकड़ों के आधार पर बिहार में सभी प्रमुख अपराधों में लगातार गिरावट होने का दावा किया है. बिहार पुलिस मुख्यालय की मानें तो 2020 के जारी आंकड़ों में राष्ट्रीय अपराध दर 487.8 की तुलना में बिहार का अपराध दर 211.3 है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अपराध की तुलना में बिहार का 25 वां स्थान है. बिहार पुलिस मुख्यालय के अनुसार अपराध जैसे हत्या के मामलों में राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का स्थान आठवां है. हत्या के मुकदमे में बिहार का वर्ष 2019 से 2021 में अन्य कई राज्यों से बेहतर स्थान है. साल 2019 में हत्या के कुल कांड नवंबर महीने तक 2910 थे जबकि इस साल 2021 में नवंबर महीने तक मात्र 2607 कांड दर्ज हुए हैं
पुलिस मुख्यालय के अनुसार अपराध दर क्रमश 2.6 और 2.3 है. इस प्रकार हत्या के अपराध में गिरावट है. पुलिस मुख्यालय की मानें तो डकैती के मामले में 2020 में राष्ट्रीय अपराध दर 0.2 है, जबकि 0.2 अपराध दर के साथ बिहार राष्ट्रीय स्तर पर 11वें स्थान पर है. बिहार में साल 2019 में माह नवंबर तक डकैती के कुल 353 केस दर्ज हुए थे, वहीं साल 2021 के माह नवंबर तक 239 कांड ही दर्ज हुए हैं। इस तरह डकैती के अपराध में गिरावट साफ तौर पर देखी गई है.
लूट के अपराध में साल 2019 ने कुल 23 99 कार्ड प्रदर्शित हुए हैं, जबकि साल 2020 के नवंबर तक कुल 1694 कांड दर्ज हुए हैं. इस तरह राष्ट्रीय औसत अपराध 1.8 की तुलना में 1. 8 अपराध के साथ बिहार का 13वां स्थान है.यह साबित करता है कि बिहार राज्य में लूट के अपराध में गिरावट देखी गई है। फिरौती के लिए अपहरण के मामले में साल 2019 में नवंबर तक 42 कांड सामने आए थे, जबकि वर्ष 2021 के माह नवंबर तक कुल 34 कांड सामने आए हैं। इस तरह राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो के साल 2020 के आंकड़ों के आधार पर बिहार राष्ट्रीय स्तर पर 26 राज्यों के साथ संयुक्त रूप से 12 में स्थान पर है.
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