कोइलवर/भोजपुर
नवरात्र में अपने घर आई मां आदिशक्ति दुर्गा को शुक्रवार को नम आंखों से विदाई कर दी गई. भोजपुर के कोईलवर में दूर्गा पूजन अनूठा और अनुकरणीय होता है जहां वर्षों से हिन्दू और मुसलमान दोनो पूरे उत्साह से मां दुर्गा के पूजन का आयोजन करते हैं.यहां साम्प्रदायिक सौहार्द की गंगा ऐसी बहती है कि नौ दिन तक सभी भक्ति रस में पगे से मां की अराधना में लीन रहते हैं.
आज जब मां की विदाई हुई तो सबकी आंखे नम हो गई। अपनी समस्त बुराईयों से मुक्ति पाने की प्रार्थना और संकल्प के साथ मां से सुख, समृद्धि और एकता का आशिर्वाद मांगते हुये उन्हे सोन तट पर विदाई दे दी गई।
आज जब देश में साम्प्रदायिक नफरत और भेद की आंधी चल रही है वहीं कोईलवर की जनता ने संदेश साफ दिया है। हमें कोई बांट नहीं सकता हम सबकी संस्कृतिक विरासत एक है और वह हम साझे में ही रखेंगे। आज इसी समझ की आवश्यकता है।
कोइलवर/भोजपुर से आमोद