135 साल से चल रहे कन्हौली आदर्श विद्यायल की जमीन पर चल रहा है कब्जे का खेल
प्रशासन ने नहीं की अब तक कोई कार्रवाई
दान में शुक्ला परिवार ने दी थी स्कूल को जमीन,
खेल के मैदान पर भी हो रहा है अतिक्रमण
हाजीपुर । महुआ थाना क्षेत्र के कन्हौली आदर्श मध्य विद्यालय की जमीन पर अतिक्रमण कर निर्माण कार्य शुरू कर दिए जाने से विद्यालय प्रशासन बुरी तरह परेशान है। वहीं इस संबंध में जिलाधिकारी को आवेदन देकर दोषियों पर कार्रवाई की भी मांग की गई है। इसके बावजूद निर्माण कार्य धड़ल्ले से चल रहा है। दिए गए आवेदन में आदर्श मध्य विद्यालय कन्हौली के प्रधानाध्यापक नितेश्वर महतो ने लिखा है कि विद्यालय की जमीन को रंजन कुमार शुक्ला ने निजी हाथों में बेच दिया है। जिसके बाद उमेश्वर प्रसाद, अमित कुमार, महेश राय, नागेश्वर राय, विद्यालय की भूमि पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। जिसकी शिकायत अधिकारियों से की गई थी जिसके बाद निर्माण कार्य पर रोक भी लगा दिया गया था लेकिन फिर से निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। प्रधानाध्यापक ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
जमीन की दो बार कराई रजिस्ट्री
कोरोना में हुए लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए रंजन कुमार शुक्ला ने दो बार लोगों के नाम जमीन की रजिस्ट्री कर दी। पहली रजिस्ट्री 10 सितंबर 2019 को उमेश्वर प्रसाद से तथा 19 जून • 2021 को अमित कुमार, महेश राय एवं नागेश्वर राय के नाम से आदर्श मध्य विद्यालय कन्हौली की खेल मैदान के जमीन की रजिस्ट्री कर दी है।
सन 1935 से चल रहा है स्कूल
कई परिवार के लोगों ने 1935 में बच्चों के पठन-पाठन के लिए कन्हौली में स्कूल की स्थापना की गई थी। स्कूल के लिए भूपेंद्र शुक्ला, उपेंद्र शुक्ला, सुरेंद्र शुक्ला आदि के द्वारा भूमि विद्यालय को दान में दे दी गई थी। जिसमें 1 में विद्यालय का भवन का निर्माण भी कराया गया दूसरी ओर उसे भविष्य के लिए छोड़ दिया गया था जिसे कन्हौली बाजार में खेल मैदान के नाम से जाना जाता है। लेकिन अब उस खेल मैदान पर अतिक्रमणकारियों की नजर लग गई है औऱ विद्यालय को दान की गई जमीन को बेचा जा रहा है तथा उस पर भवन निर्माण शुरू कर दिया गया है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा शिकायत की गई थी, जिसके बाद उस पर रोक लग गया था। लेकिन, रोक के बाद भी विद्यालय के जमीन पर निर्माण कार्य किया जा रहा है। जमीन दानकर्ताओं ने अपनी तरफ से जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों से अपील की है सरकार जल्द से जल्द विद्यायल की भूमि पर को कब्जा मुक्त कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए जिससे गांव में बच्चों के पढ़ने और खेलने में कोई दिक्कत नहीं हो। भूमि दान कर्ताओं के परिजनों का कहना है कि हम लोगों ने तो भूमि को सामाजिक कार्य के लिए दिया था लेकिन अब उसका खास लोगों के द्वारा अपने हित के लिए कब्जा कर बेचा जा रहा है ।
देखिये कोई कितना करे फरियाद
अखबारों में भी खबरें बनी पर किसी का ध्यान नहीं गया …
PNC DESK