दिल्ली- लोहिया और जेपी के विचारों को अब जेपी विश्वविद्यालय में नहीं पढ़ाये जाने पर छात्रों की तीखी प्रतिक्रिया मिल रही है वहीं राजद के मुखिया ने इस खबर पर ट्वीट कर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है उन्होंने कहा है कि जयप्रकाश जी के नाम पर अपनी कर्मभूमि छपरा में 30 वर्ष पूर्व जेपी विश्वविद्यालय की स्थापना की थी।अब उसी यूनिवर्सिटी के सिलेबस से संघी बिहार सरकार तथा संघी मानसिकता के पदाधिकारी महान समाजवादी नेताओं जेपी-लोहिया के विचार हटा रहे है।यह बर्दाश्त से बाहर है।सरकार तुरंत संज्ञान लें । इधर पाठ्यक्रम से लोहिया और जेपी के विचार हटाने पर छात्र संघ भी आंदोलन के मूड में हैं ।