बॉलीवुड एक्टर सत्यकाम ने भी पोस्ट किया भोजपुरी के समर्थन में अपना वीडियो
जाप,सबलोग और जविपा के अधिकारी भी पहुँचे आन्दोलन स्थल
आरा. भोजपुरी पेंटिंग को भोजपुरिया क्षेत्र जगह देने को लेकर आंदोलनरत कलाकारों ने तेरहवें दिन भी अपना आंदोलन जारी रखा. भोजपुर के चित्रकारों के साथ अन्य विधा के कलाकार भी इस आंदोलन का पुरजोर सपोर्ट कर रहे हैं. आन्दोलन में स्थानीय कलाकारों के साथ स्थानीय जन प्रतिनिधियों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है. यही नही भोजपुरी भाषी और भोजपुरी क्षेत्र से जुड़े लोग देश-विदेश से भी इस आंदोलन के सपोर्ट में सोशल मीडिया से जुड़े हुए हैं. भोजपुरी पेंटिंग को सम्मान दिलाने वाले इस आंदोलन पर न सिर्फ देश मे रह रहे लोगों की नजर है बल्कि विदेशों से भी लोग इस आंदोलन पर नजर बनाए हुए. इसमें प्रमुख कड़ी आज की सोशल मीडिया है.
इसका उदाहरण 13वें दिन के आन्दोलन के दौरान आन्दोलन स्थल पर उस समय देखने को मिला जब अखबार में आंदोलन की खबरों को पढ़कर अपनी मातृभाषा भोजपुरी के प्रति उमड़ रही भावना को व्यक्त करने के लिए नई दिल्ली में अध्ययनरत सौम्या एवं नोयडा में कार्यरत उनके भाई आदित्य स्वरूप आंदोलन स्थल पर पहुंच अपनी सहभागिता जताई. उन्होंने न सिर्फ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई बल्कि मोर्चा को आर्थिक सहायता भी प्रदान किया तथा भविष्य में अपना सहयोग जारी रखने की भी बात कही.
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सपोर्ट के इसी कड़ी में 13वें दिन बॉलीवुड एक्टर सत्यकाम आनन्द ने भी इस आंदोलन को सपोर्ट करते हुए एक वीडियो आन्दोलन से जुड़े लोगों को भेजा और उसे अपने फेसबुक आईडी से पोस्ट किया. उन्होंने इस वीडियो पोस्ट के जरिये कहा कि प्रत्येक भोजपुरी भाषी व्यक्ति का यह नैतिक कर्तव्य बनता है कि वह भोजपुरी संस्कृति और इससे जुड़ी लोक कलाओं के संरक्षण और इसको उचित मान-सम्मान और स्थान दिलाने के लिए भोजपुरी कला संरक्षण द्वारा चलाये जा रहे इस क्रमिक आंदोलन में सक्रियता से भाग लें.
बताते चलें कि बॉलीवुड अभिनेता सत्यकाम आनंद भोजपुर के आरा के ही रहने वाले हैं. उन्होंने अपने अभिनय के जरिये बॉलीवुड में अपनी विशेष जगह बनाई है. उन्हें भोजपुर जिला प्रशासन ने विधानसभा चुनाव 2020 का स्वीप आइकॉन भी रखा था.
13वें दिन रविवार को भी कलाकरों ने पेंटिंग कर अपना विरोध व्यक्त किया. 2 दिनों से छाते पर पेंटिंग के जरिये मनमोहकता फैलाने के बाद रविवार को बैग पर भोजपुरी पेंटिंग का अंकन चित्रकारों ने किया. भोजपुरी चित्रकला के कलाकारों रूपा कुमारी,निक्की कुमारी,शालिनी कुमारी, प्रशंसा पटेल,गुड़िया कुमारी एवं अमन राज ने वरिष्ठ चित्रकारों कमलेश कुंदन, विजय मेहता और कौशलेश कुमार के निर्देशन में बैग पर दर्शनीय भोजपुरी चित्रों का अंकन किया. इनके द्वारा अंकित भोजपुरी चित्रों को देखकर अनेक लोग आश्चर्यमिश्रित खुशी व्यक्त कर रहे थें. अपनी पारंपरिक लोककला को को इस नए स्वरूप में देखकर आम लोगों ने कलाकारों के सार्थक प्रयास की जम कर प्रशंसा की.
जाप के प्रदेश प्रवक्ता डॉ0 बबन कुमार यादव ने कहा कि भोजपुरी कला के संरक्षण के लिए हर स्तर पर मोर्चा का सहयोग किया जायेगा. जाप के प्रदेश महासचिव डॉ ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि इस आंदोलन में हमारी भूमिका अग्रणी सहयोगी के रूप में रहेगी.
वही जनतांत्रिक विकास पार्टी के बिहार के युवा मोर्चा एवं भोजपुरी जन जागरण अभियान,बिहार के अध्यक्ष कुमुद पटेल ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार यथाशीघ्र हमारी भोजपुरी संस्कृति की महत्ता को स्वीकार करते हुए इसे सम्मानपूर्वक उचित स्थान प्रदान करें.
भारतीय सबलोक पार्टी के प्रदेश महासचिव डॉ0 जितेंद्र शुक्ल ने आंदोलनकारियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि अगर आवश्यकता हुई तो भोजपुरी भाषी संस्कृति के सम्मान के लिए आमरण अनशन भी किया जायेगा.
13वें दिन शांतिपूर्ण एवं सशक्त आंदोलन को धार देने में रंगकर्मी अशोक मानव,कृष्णेन्दु,मनोज श्रीवास्तव,रतन देवा,राजू कुमार मिश्र,सुनील कुमार चौधरी,पत्रकार मुकेश सिन्हा,डब्ल्यू कुमार,सौरव श्रीवास्तव,संजय राय,सामाजिक कार्यकर्ता भास्कर मिश्र,रुपेश कुमार पांडेय(ज्ञानपुरी),कमलदीप कुमार,अभिनव कुमार, संस्कार कृष्णा,विकास कुमार,पूर्व मुखिया हरिश्चंद्र साह, सोनाली राज,फजल करीम की भूमिका उल्लेखनीय एवं प्रशंसनीय रही.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट