आठवें ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज वायु सेना के विशेष विमान से गोवा पहुंचे, जहाँ उनका स्वागत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा में किया. इस सम्मेलन में विशेषतः युवाओं के बीच, आपसी संपर्क को बढ़ाने पर केंद्रित बातें होगी ,साथ ही देश में रक्षा और आतंकवाद के मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है .
भारत अपनी ब्रिक्स अध्यक्षता वर्ष 15-16 अक्टूबर 2016 गोवा में 8वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है . भारत की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का ध्येय वाक्य होगा- “उत्तरदायी, समावेशी तथा सामूहिक समाधान निरूपित करना होगा.
भारत अपनी ब्रिक्स अध्यक्षता के दौरान पंचमुखी दृष्टिकोण अपनाएगा
(क) ब्रिक्स सहयोग को प्रगाढ़ बनाने तथा इसे बरकरार रखने के लिए संस्थागत व्यवस्था करना
(ख) पूर्व शिखर सम्मेलनों में लिए गए निर्णयों का कार्यान्वयन करना
(ग) मौजूदा सहयोग तंत्रों का एकीकरण
(घ) नवाचार अर्थात स्तरीय नए सहयोग तंत्र विकसित करना और
(ड़) निरंतरता अर्थात परस्पर सम्मत मौजूदा ब्रिक्स सहयोग तंत्रों को जारी रखना
ब्रिक्स की अध्यक्षता की दिशा में भारत का दृष्टिकोण ‘आईआईआईआईसी अथवा आई4सी’ के द्वारा परिलक्षित हो सकता है.भारत की अध्यक्षता में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का मुख्य ध्यान ब्रिक्स सदस्य राष्ट्रों के लोगों, विशेषतः युवाओं के बीच, आपसी संपर्क को बढ़ाने पर केंद्रित होगा.इस संदर्भ में भारत ने अन्डर-17 फुटबॉल टूर्नामेंट, युवा शिखर सम्मेलन, मैत्री शहर कॉन्क्लेव, युवा राजनयिक मंच, फिल्म महोत्सव आदि जैसे कार्यकलापों के आयोजन की योजना बनाई है.