आखिरकार कोरोनावायरस के संक्रमण ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह की जान ले ली. जून महीने में वे कोरोनावायरस से संक्रमित हुए थे. करीब 14 दिनों तक पटना एम्स में भर्ती रहे थे. रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी लेकिन उनकी खांसी की शिकायत दूर नहीं हो रही थी. अगस्त महीने में रघुवंश प्रसाद दिल्ली पहुंचे और उसके बाद एम्स से उनका इलाज चल रहा था. करीब एक हफ्ता पहले वे एम्स में एडमिट हुए और पिछले 4 दिनों से वेंटिलेटर पर थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर शोक जताते हुए कहा है कि आखिरी समय में भी वे अपने क्षेत्र के बारे में सोच रहे थे, जिसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी भी लिखी थी और वैशाली को इसका पुराना गौरव लौटाने की मांग की थी. कुछ दिन पहले उन्होंने राजद से इस्तीफा दे दिया था. इसके लिए उन्होंने हाथ से ही एक पत्र लालू के नाम लिखा था लालू के परिवार और राष्ट्रीय जनता दल संगठन को लेकर उन्होंने कई गंभीर सवाल खड़े किए थे.
राजेश तिवारी