बिना किसी तामझाम के कुछ यूं हुई शादी
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए लागू लॉकडाउन के काल में हुई एक शादी सारण जिले में नजीर बन गयी. दूल्हे संग चार बाराती दुल्हन के घर पहुंचे. मंगलवार को हुई इस शादी में न बैंड बजा और न ही बराती आए. दुल्हा-दुल्हन ने लॉकडाउन के सभी नियमों का पालन करते हुए सात फेरे लेकर आजीवन साथ रहने का प्रण किया.
सारण के कचहरी स्टेशन रोड निवासी उदय प्रकाश द्विवेदी और मंजू द्विवेदी की बेटी निधि की शादी सारण के ही हिमांशु दूबे के पुत्र शेखर के साथ तय हुई. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण पूरे देश लागू लॉकडाउन के कारण पहले से शादी के कार्यक्रम में फेरबदल कर दोनों पक्षों ने एक सप्ताह पहले सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत शादी करने का निर्णय लिया.
लॉकडाउन का पालन करते हुए दूल्हा शेखर और उसके पिता हिमांशु दूबे तीन लोग के साथ बरात लेकर कचहरी स्टेशन रोड स्थित उदय प्रकाश द्विवेदी और मंजू द्विवेदी के घर पहुंचे. जहां बारातियों का स्वागत करने के बाद लड़की पक्ष के लोगो की तरफ से रिंकू पाण्डेय ने सामाजिक दूरी का पालन करते हुए वधू के पिता उदय प्रकाश द्विवेदी के साथ शादी की रस्में निभाईं. पुरोहित ने वैदिक मंत्रोच्चार और अग्नि को साक्षी मानते हुए वधु निधि और वर शेखर की शादी संपन्न कराई.
पाणिग्रहण का रश्म श्वेता हीरेश के पुत्र और मंजू द्विवेदी के नाती आयुष ने निभाया तो लावा स्वाति रिंकू के पुत्र ओम् डूग्गू ने मिलाया.
न भीड़, न हीं शोर, ना हीं तामझाम, लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए इस शादी के सादगी से संपन्न होने के बाद स्थानीय लोगों का कहना है कि निधि-शेखर की शादी एक अच्छी शुरूआत है.
सारण से हीरेश कुमार की रिपोर्ट