बिहार बोर्ड के रवैये से फंसा रिजल्ट
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के रवैया के कारण शिक्षक पात्रता परीक्षा के अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है. पटना हाई कोर्ट में आज इस मामले की सुनवाई के दौरान यह बात सामने आई कि हाईकोर्ट के नोटिस का जवाब अब तक बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने नहीं दिया है और परीक्षा का आंसर की भी जारी कर दिया.
मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस ए अमानुल्लाह ने 22 मई तक रिजल्ट के प्रकाशन पर रोक लगा दी है. दरअसल यह पूरा मामला प्रश्न पत्र लीक से जुड़ा हुआ है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने दूसरी एस टी ई टी परीक्षा 28 जनवरी 2020 को ली थी. परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक को लेकर परीक्षार्थियों ने सवाल खड़े किए थे. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने प्रश्न पत्र लीक का मामला होने से इनकार किया जिसके बाद अभ्यर्थियों ने पटना हाईकोर्ट में मामला दायर किया.
नीरज कुमार की याचिका पर जस्टिस ए अमानुल्लाह ने सुनवाई करते हुए अब STET के रिजल्ट के प्रकाशन पर 22 मई तक रोक लगा दी है. साथ ही यह भी कहा है कि जब तक इस मामले का निपटारा नहीं होता तब तक कोर्ट की अनुमति के बिना रिजल्ट का प्रकाशन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति नहीं कर सकती.
राजेश तिवारी