सज-धज कर तैयार गड़हनी के बालबांध सूर्य मंदिर
गड़हनी, 29 अक्टूबर.प्रखंड गड़हनी के बालबांध गाँव स्थित सूर्यमंदिर हर साल की तरह इस साल भी आकर्षण एवं आस्था का केंद्र बना हुआ हैं . जहां छठ पर्व करने के लिए क्षेत्रिय लोग सहित जिले के हर कोने से लोग आते हैं. घोड़े पर सवार भगवान भास्कर की प्रतिमा इतनी खूबसूरत ढंग से बनाई गई है कि लगता है कि भगवान सूर्य सक्षात घोड़े पर सवार हो कर भक्तों की मनोकामना पूरी करने जमीन पर पधारे हैं. पूर्व मुखिया अवध बिहारी साह अरूण राय एवं टुनटुन भट्ट ने बताया कि इस मंदिर के निर्माण में ग्रामीणों सहित आस-पास के लोगों का भरपूर सहयोग रहा है. इस मंदिर के संबंध में ऐसी मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से मन्नत मांगते हैं उनकी मनोकामना पुरी हो जाती है.
भीड़-भाड़ को देखते हुए कमिटी द्वारा व्व की तैनाती की व्यवस्था की जाती है. छठव्रत करने आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो.वही प्रखंड के करनौल सूर्य मंदिर पर छठव्रतियों की काफी भीड़ रहती है. छठ पर्व की तैयारी को ले युवकों द्वारा तालाब सहित आसपास के स्थानों की सफाई पुरी कर ली गई है ताकि स्वच्छता के प्रतीक इस पर्व में कोई कमी न रहे. इसकी जानकारी देते हुए मुखिया पति सुनील सिंह,रोहित कुमार अरुण सिंह ने बताया कि छठपूजा के दिन युवाओं द्वारा नाटक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है.
दूसरी ओर काउप सूर्यमंदिर की भी महिमा अपरंपार है. इस सूर्यमंदिर में छठपर्व के दिन श्रद्धालुओं की काफी भीड़ होती हैं. पंचायत के मुखिया कलावती देवी व शिक्षक ओम नारायण साह ने बताया कि पर्व को ले सूर्यमंदिर के आसपास एवं बनास नदी के तट की सफाई ग्रामीणों द्वारा की जा जाती हैं. दूर दराज से आनेवाले श्रद्धालुओं को ठहरने की समुचित व्यवस्था भी की गई हैं, वही बलीगाँव स्थित बाबू कुँवर सिंह तालाब की सफाई ग्रामीणो के देखरेख में की गई है. इस तालाब से संबंधित यह भी मान्यता हैं कि बाबू कुँवर सिंह अपने दल बल के साथ आने-जाने के क्रम में इसी तालाब के किनारे रात्रि विश्राम करते थे. वही प्रखंड के लगभग सभी पंचायतों में छठ पूजा धूमधाम से मनाया जाता हैं. प्रखण्ड मुख्यालय के गड़हनी बनास नदी तट पर हजारो की संख्या में श्रद्धालु भगवान भास्कर की पूजा अर्चना करते हैं.
गड़हनी से मुरली मनोहर जोशी की रिपोर्ट