पति पत्नी के बीच मधुर सम्बन्ध हो … ये सन्देश बिहारी बाबु शत्रुघ्न सिन्हा दे रहे थे. नाटक में बैंक क्लर्क जो पति पत्नी और मैं नाटक में दर्शकों को दाम्पत्य जीवन में मधुरता लाने का सन्देश दे रहा था.नाटक ‘पति-पत्नी और मैं’ देखने आए हर दर्शकों ने इस नाटक को पसंद किया। सिर्फ चार पात्रों के सहारे दो घंटे का यह नाटक दर्शकों को बांधने में सफल रहा। माधवी राय (डिम्पल) और प्रकाश गुपचुप (राकेश बेदी) दो कुंवारों का मिलना-जुलना,प्रेम का पनपना, शादी, हनीमून, और फिर कुछ ही वर्षों में गुपचुप की नजरों में माधवी के चन्द्रमुखी, सूर्यमुखी से ज्वालामुखी बनने की कहानी के बीच में आपसी तकरार .
रमेश तलवार निर्देशित इस नाटक ने समसामयिक मुद्दों और राजनीरित खूबियों-खामियों पर भी व्यंग्य किया गया जिससे दर्शक लोटपोट होते रहे.कला संस्कृति विभाग ने इस नाटक के आयोजन में 35 लाख रुपये खर्च किये गए. इतना महंगा नाटक पटना में कभी नही हुआ.नाटक का आयोजन श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में किया गया था. नाटक के अंत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने शत्रु समेत संजय गुराड़िया, शत्रुघ्न सिन्हा, राकेश बेदी और डिम्पल डान्डा सभी कलाकारों को सम्मानित किया.