राज्यसभा में जोरदार हंगामे के साथ हुआ मोदी सरकार का सबसे बड़ा फैसला.
मोदी सरकार ने हटाई जम्मू-कश्मीर से धारा 370, दो टुकड़ों में बंटा राज्य, जम्मू-कश्मीर अब केंद्र शासित प्रदेश, लद्दाख अलग
नई दिल्ली. 5 अगस्त. आजादी के बाद भी भारत मे जम्मू-काश्मीर स्वतंत्र राज्य के रूप में रह भारत की एकता को हमेशा मुँह चिढ़ाता था. जसको लेकर पड़ोसी देश से हमेशा तीखी नोक-झोंक होती रहती थी. लेकिन आजाती के 70 सालों बाद सरकार के एक अहम फैसले ने इसे स्वतंत्र भारत की आबोहवा में इसे भी स्वतंत्रता दे असली जिंदगी दी है. जम्मू-कश्मीर पर भारत सरकार का जबरदस्त एक्शन प्लान आज भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में धारा 370 को लेकर संकल्प पेश किया. साथ ही साथ जम्मू कश्मीर में 10% आरक्षण संशोधन बिल भी पेश किया. बिल पेश करने से पहले राष्ट्रपति ने इस बिल को मंजूरी दे दी थी. गृह मंत्री अमित शाह ने संकल्प पेश करते हुए कहा की 370 के एक खंड को छोड़कर बाकी सभी खंड को समाप्त कर दिया गया है. अब जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया जाएगा. यही नहीं जम्मू कश्मीर से लद्दाख को अलग राज्य बनाया जाएगा इससे साफ जाहिर हो गया कि मोदी राज में कश्मीर की एक अलग नीति बन गई है. संकल्प पेश करने के दौरान विपक्षी पार्टियों ने राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा किया.
लद्दाख को किया जम्मू कश्मीर से अलग
जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश का मिला दर्जा
क्या मिशन कश्मीर पर अब चलेगी मोदी नीति!
आजादी के 70 साल बाद क्या कश्मीर को मिली नई आजादी!
तो क्या कश्मीर अब नहीं रहेगा विशेष राज्य?
इन सभी सवालों के बीच क्या जम्मू-कश्मीर अब बदल जाएगी जम्मू कश्मीर और लद्दाख ?
बहुजन समाज पार्टी पार्टी ने इस बिल का समर्थन किया
राज्यसभा में बहुजन समाजवादी पार्टी के नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने धारा 370 हटाने वाले संकल्प का बहुजन समाज पार्टी ने समर्थन किया है.
राष्ट्रपति के एक आदेश के बाद संविधान में यह अनुच्छेद जोड़ा गया था, जो जम्मू एवं कश्मीर के लोगों को विशेषाधिकार प्रदान करता है और राज्य, विधानसभा को कोई भी कानून बनाने का अधिकार देता है, जिसकी वैधता को चुनौती नहीं दी जा सकती. यह अनुच्छेद जम्मू और कश्मीर के लोगों को छोड़कर बाकी भारतीय नागरिकों को राज्य में अचल संपत्ति खरीदने, सरकारी नौकरी पाने और राज्य सरकार की छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ लेने से रोकता है.
370 का हटना,भारत की एकता औऱ अखंडता का एक ज्वलंत निर्णय है. निःसंदेह अब भारत एक हुआ जिसका सुखद परिणाम यह होगा कि कश्मीर से आतंकवाद हटेगा,और भारत मे शान्ति स्थापित होगी इसके लिए सभी सांसदों, सरकार एवम नागरिकों कोटि-कोटि बधाई- डॉ एम रहमान
भारत मे इस फैसले को लेकर जहाँ जश्न का माहौल है और लोगों ने मोदी को वचन निभाने वाला नेता करार किया है वही विपक्षियों ने इस फैसले पर एतराज जताया है. पीडीपी सांसदों ने तो अपने कपड़े तक इस बिला का विरोध करते हुए फाड़ डाले. मुफ़्ती महबूबा ने तो अंजाम भुगतने की धमकी तक दे डाली तो वही हिंदुस्तानी आवाम पार्टी ने भी इस फ़ैसले का विरोध किया है.
पटनां नाउ डेस्क