अब तीसरी आंख से होगी इन लड़कियों की निगरानी..
आरा, 7 जुलाई. भोजपुर जिले के शाहपुर बिलौटी के कस्तूरबा गांधी स्कूल में 2 दिन पहले स्कूल से भागने और उनके यौन उत्पीड़न का मामला सामने आने व स्थानीय मुखिया की संदिग्ध भूमिका के बाद उसकी गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक पार्टियों द्वारा मांग के बाद प्रशासन की नींद टूटी है जिसके बाद जिले के सभी कस्तूरबा विद्यालयों की जांच का देश जिला प्रशासन ने जारी किया.
कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के सुचारू एवं सुव्यवस्थित संचालन तथा सरकारी नियमावली के अनुरूप विद्यालय संचालन का कार्य सुनिश्चित कराने हेतु जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने सभी प्रखंडों में विशेष टीम का गठन कर जांच कराई. प्रत्येक प्रखंड में संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी द्वारा विद्यालय संचालन के कार्य की जांच की गई है तथा जिलाधिकारी को प्रतिवेदन समर्पित किया गया. जांच टीम ने विद्यालय में सीसीटीवी के संस्थापन एवं उसके कार्यरत / अकार्यरत रहने, वर्गवार उपस्थिति पंजी के संधारण तथा भौतिक रूप से उपस्थित बच्चियों की संख्या, विद्यालय की सुरक्षा हेतु गार्ड की तैनाती तथा आगंतुक पंजी के संधारण, तिथि वार आनेवाले आगंतुकों की स्थिति, रोकड़ पंजी के संधारण, मेनू के अनुसार भोजन एवं नाश्ते की व्यवस्था,कर्मियों की तैनाती एवं उसकी उपस्थिति, विद्यालय की मॉनिटरिंग प्रणाली, शौचालय, स्नानागार ,साफ सफाई, आदि कई बिंदुओं के परित: जांच की गई है. जांच टीम द्वारा विद्यालय के कर्मियों एवं बच्चियों से भी कई बिंदुओं पर पूछताछ की गई. जांच में पाया गया कि विद्यालय में सीसीटीवी लगा है तथा कार्यरत अवस्था में है. मुख्य द्वार पर गार्ड की तैनाती की गई है तथा रात्रि प्रहरी के रूप में भी कार्य किए जाते हैं विजिटिंग रजिस्टर तिथि वार संधारित है लेखापाल द्वारा विद्यालय मे कैशबुक का संधारण किया गया है. प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय की मॉनिटरिंग प्रणाली विकसित है किसी भी बाहरी व्यक्ति के अनधिकृत प्रवेश पर प्रतिबंध है. जिलाधिकारी ने कहा है कि विद्यालय का शिक्षण कार्य एवं सुरक्षा व्यवस्था सरकार द्वारा निर्धारित बाइलॉज के अनुसार पूरी जवाबदेही एवं निष्ठा भाव से संपादित होंगे. इस कार्य में कोताही एवं लापरवाही बरतने वाले कर्मी दंड के भागी बनेंगे. इसके अतिरिक्त राजकीय अंबेडकर आवासीय विद्यालय तथा अंबेडकर महिला कल्याण छात्रावास की जांच जिलाधिकारी के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी सदर ,कार्यपालक दंडाधिकारी सदर तथा परियोजना प्रबंधक महिला हेल्पलाइन द्वारा की गई. उन्होंने अपने जांच प्रतिवेदन में भवन की स्थिति सुधारने तथा बंद पड़े आर ओ मशीन को ठीक कराने को कहा है.
ब्यूरो रिपोर्ट पटना नाउ