वार्डेन पर प्रताड़ना का आरोप, वार्डेन ने कहा-मैं दोषी नही
5 लोगों पर FIR दर्ज, सभी आरोपी पुलिस की हिरासत में
आरा. भोजपुर के शाहपुर थाना के सरैया (बेलौंटी ) स्थित कस्तुरबा बालिका आवासीय विद्यालय से बुधवार की रात दो लड़कियाँ वार्डन की प्रताड़ना से तंग आ कर फरार हो गई है.पहले दृष्टया में तो यह शोर मचा कि विद्यालय से 6 लडकिया फरार हो गई हैं. इस खबर के सुनने के बाद स्थानीय लोगों से लेकर प्रशासनिक हल्फे की नींद खराब हो गयी. लेकिन जब स्कूल पर शाहपुर के BDO और थाना प्रभारी ने स्थिति का जायजा लिया तो पता चला कि 2 लड़कियां फरार थी जिन्हें स्थानीय लोगों ने बरामद किया. DPO कृष्ण मुरारी प्रसाद ने भी छह छात्राओं के भागने की बात को गलत बताया. शाहपुर BDO और DPO दोनों ने दो ही छात्राओं के भागने की बात कही. स्कूल के आसपास भारी भीड़ लड़कियों को लेकर चिंतित थी. स्थानीय लोगों की आपस मे फुसफुसाहट चल रही थी कि स्कूल में बच्चियों से जबरन जिस्म- फरोशी का धंधा करवाया जाता था. इसी से तंग आ कर बच्चियां विद्यालय से फरार हो गई है.
6 बच्चियों के भागने की खबर से गुरूवार को जनता का आक्रोश भड़क उठा और आक्रोशित लोगों ने बिलौंटी गांव के पास आरा-बक्सर स्टेट हाइवे को जाम कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे. सड़क पर उतरे लोग बच्चियों को शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ति किए जाने का आरोप लगा रहे थे.
इस मामले में आरा कस्तूरबा गांधी विद्यालय की प्रभारी समन्वयक संध्या सिन्हा द्वारा वार्डेन, गार्ड समेत पांच के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. इन पांचों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. भारी हंगामे के बाद जगदीशपुर एसडीएम अरुण कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी कौशल किशोर, और DPO कृष्ण मुरारी प्रसाद भी जांच को लेकर स्कूल में घंटो कैंप करते रहे. वार्डेन से लेकर नाइट वाचमैन तक से चले घण्टों पूछताछ किया गया. विद्यालय में सुरक्षा के लिए लगाए गए CCTV फुटेज को भी खंगाला गया.
पूछताछ में मिली जानकारी के अनुसार उक्त विद्यालय में कुल 100 बच्चियां हैं, लेकिन ये 100 बच्चियां पास के ही जिस मध्य विद्यालय में पढ़ने जाती हैं, वहां 99 बच्चियों का ही नामांकन दिखाया गया है.
वार्डेन व नाइट वाचमैन को किया गया निलंबित
बुधवार की देर रात जिन दो बच्चियों के भागने का मामला सामने आया है उनका नाम मनीषा व शिवानी है. इन दोनों को ग्रामीणों ने पकड़ा. दोनों बच्चियों के बयान पर प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है. विद्यालय का प्रभार सहायक शिक्षिका नीलम कुमार को दिया गया है. जांच के बाद वार्डेन व गार्ड पर गाज गिरना तय है. विद्यालय से भागी बच्चियों के महिला थाना द्वारा मेडिकल कराया जाएगा.
विद्यालय में नामांकन पंजी की जांच कर DPO कृष्ण मुरारी प्रसाद द्वारा बताया गया कि जो बच्चियां भागी थी वो नामांकन के लिए आई थी, लेकिन नामांकन प्रक्रिया के दौरान ही भाग गई. इसलिए उनका नामांकन नहीं हो सका.
बिना अनुमति के विद्यालय में बुलाये जाते हैं बाहरी लोग
कस्तूरबा गांधी विद्यालय में लापरवाही का यह आलम है कि अपने दायित्व को ठेंगा दिखा बिना अनुमति बाहरी लोगों को विद्यालय में रखा जाता था. वार्डेन की रिश्तेदार भाभी कल्पना जो स्कूल से महज 10 फुट की दूरी पर रहती थी और दानापुर की रहने वाली एक महिला भी पिछले कई दिनों से स्कूल में रह रही थी. इस लापरवाही के लेकर वार्डेन गीता कुमारी सहित पांच लोगों पर प्राथमिकी दर्ज किया गया है. प्राथमिकी आरा कस्तूरबा गांधी विद्यालय के प्रभारी समन्वयक संध्या सिन्हा द्वारा दर्ज कराई गई, जिसमें वार्डेन गीता कुमारी, नाइट गार्ड छबीला प्रसाद, मो. सद्दाम, वार्डेन की महिला रिश्तेदार कल्पना सिंह व अर्चना सिंह शामिल हैं. महिला आरोपियों को महिला थाना के थानाध्यक्ष के हवाले कर दिया गया है. महिला थानाध्यक्ष माधुरी कुमारी पूछताछ कर रही हैं.
वार्डेन ने कहा मैं दोषी नही
बिलौटी स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की वार्डेन गीता कुमारी ने अपने उपर लगाए जाने वाले आरोपो को गलत बताया है. वार्डेन के अनुसार जिन बच्चियों पर विद्यालय से भागने का आरोप है वे दो दिन पहले में ही विद्यालय आई थी. उनके नामांकन की प्रक्रिया चल रही थी. गुरुवार की सुबह जैसे ही मेन गेट खुला वे दोनों चुपके से भाग निकली.
इस घटना को लेकर जाप के कार्यकताओं ने वार्डेन व पंचायत के मुखिया के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट