150 साल बाद अपने वतन लौटेगी इस फ़िल्म से ‘भोजपुरी’

By om prakash pandey Jun 2, 2019

भोजपुरी का ट्रेंड ही नही टेस्ट भी बदलेगा “पपीहरा”




Patna now special

पटना, 2 जून. पोर्न का हब बने भोजपुरी फिल्मों से दूर हुए पारिवारिक दर्शकों के लिए एक अच्छी ख़बर है. अगर आप भोजपुरी फिल्मों को देखने से हाय-तौबा कर चुके हैं, अश्लीलता की वजह से उसे थियेटर में परिवार के साथ देखना नही पसंद करते हैं लेकिन आपके दिल में आज भी भोजपुरी के प्रति लगाव है तो घबराइए नही इस साल अपने पूरे परिवार को थियेटर में भोजपुरी फ़िल्म पपीहरा दिखाने के लिए ले जा सकते हैं. हमारा 100 प्रतिशत दावा है कि आप फ़िल्म देखने के बाद दूसरे परिवारों को भी पूरे परिवार के साथ देखने का सुझाव देंगे. भोजपुरी को पुनः घर-घर तक सम्मान दिलाने के उद्देश्य से युवा निर्माता देवेंद्र सिंह और निर्देशक शीनू मोहंती ने एक टीम बनाई और रच डाली फ़िल्म निर्माण की पटकथा.

देवेंद्र भोजपुर के रहने वाले हैं जबकि शीनू जमशेदपुर के रहने वाले हैं और मुम्बई में फिलहाल रहते हैं. प्रचार तंत्र से दूर पहले फ़िल्म को शूट किया और फिर एडिट ताकि काम बोले और उसे देखने के बाद लोग गर्व करें. एक माह पूर्व भोजपुरी फीचर फिल्म पपीहरा की पोस्टर रिलीज़ विश्व भोजपुरी सम्मलेन दिल्ली में की गई. फ़िल्म का पोस्टर जिसने देखा टकटकी निगाहों से देखते रह गए. पपीहरा भोजपुरी फिल्मों की भीड़ से कुछ अलग प्रयास है. पपीहरा एक पूर्ण पारिवारिक कहानी पर बनी फिल्म है. इस फिल्म में भारतीय कलाकारों के आलावा विदेशी कलाकारों ने भी काम किया है. फिल्म में अभिनेत्री इरिना ब्लांच रूस की हैं तो गायक और संगीतकार राजमोहन नीदरलैंड से हैं.

150 साल बाद लौटेगी पुनः अपने देश भोजपुरी सुर

राजमोहन बिहार और उत्तर प्रदेश से १५० साल पहले सूरीनाम और मारीशस ले जाये गए गिरमिटिया मजदूरों के वंशज हैं. यह पहला मौका है जब राजमोहन ने किसी भोजपुरी फ़िल्म को अपने संगीत के सुरों से सजाया है. उन्होंने इस फ़िल्म के लिए गाना भी गाया है. राजमोहन के लिए यह फ़िल्म खास इसलिए है कि 150 साल पहले अंग्रेजी हुकूमत में बिहार से गिरमिटिया मजदुर बना कर अपने वतन से दूर करने के बाद वे तीसरी पीढ़ी हैं जिन्हें अपने वतन के लिए उस भाषा मे कुछ करने का मौका मिला है. हालांकि राजमोहन इसके पहले भी भारत के विभिन्न हिस्सों में अपना सोलो परफॉर्मेंस दे चुके हैं. वे दो साल पहले आरा भी आये थे और अपने गाँव भी गए थे, लेकिन स्थानीय आयोजकों की लापरवाही की वजह से आरा में उनका कार्यक्रम नही हो पाया था. इस फ़िल्म के माध्यम से उन्हें उम्मीद है कि 150 सालों से विदेशों में अपने पुर्वजों द्वारा सहेजी गई भोजपुरी को नए फ्लेवर में सुना दर्शकों को हर्षित करेंगे. निर्माता ने बताया कि पपीहरा भोजपुरी की पहली फिल्म होगी जो विश्व स्तर पर रिलीज़ होगी. पपीहरा भारत के आलावा नीदरलैंड, मॉरिशस और सूरीनाम में भी रिलीज़ होगी.

ये हैं कलाकार

फ़िल्म को शीनू मोहंती ने निर्देशित किया है. पारिवारिक संबंधो की जाल में सिमटी इस फ़िल्म के निर्माता सतेन्द्र नारायण सिंह और देवेन्द्र सिंह है,जिन्होंने बाजारवाद से अलग हट भोजपुरिया परिवार को अपना टार्गेट ऑडियंस चुना है. वे कहते हैं कि सिर्फ फ़िल्म बना, उससे पैसे कमाना हमारा मकसद नही,भोजपुरी फिल्मों में फ़ूहडपन से विमुख दर्शकों को वापस लाने का यह प्रयास है. इस फिल्म के मुख्य कलाकारों में राजू उपाध्याय,बीर बहादुर सिंह ,इरिना ब्लांच ,चांदनी सिंह, सुगंधा, हर्ष जैन, विशाल, विरेन्द्र ओझा उर्फ बम ओझा, ओ पी पांडेय और विकेश हैं.

इस फिल्म के गानों को आशीष ,राजमोहन और छोटे बाबा ने संगीतबद्ध किया है, तो प्रसिद्ध गायक राजमोहन, प्रभाकर पाण्डेय ,प्रतिमा योगी, विकेश सिंह और रीमा नुपुर ने अपनी आवाज दी है. पपीहरा फिल्म में कुल पांच गाने हैं. ये फिल्म इस साल सितम्बर में रिलीज़ के लिए तैयार हो जाएगी.

पपीहरा एक रोमांटिक फैमिली ड्रामा फिल्म है. ये पुरे परिवार के साथ देखे जाने वाली साफ सुथरी फिल्म है. पपीहरा आजकल के भीड़ भड़ी भोजपुरी फिल्मो से अलग है. इस फिल्म में रोमांस ,भावना ,उसूल ,अंतर्द्वंध , करुणा ,प्रेम ,विरह सब कुछ देखने को मिलेगा. यानि इंटरटेनमेंट से भरपूर पपीहरा में सबकुछ मिलेगा सिवाय अश्लीलता के, जिसकी वजह से भोजपुरिया दर्शक अपने परिवार को थियेटर में नही जाता है.

बिहार और गोवा के अलग-अलग लोकेशन पर शूट की गई इस फ़िल्म के क्रिएटिव डायरेक्टर मानस मोहंता है वही राकेश विक्रम और बिष्णु कुमार इस फिल्म के असिस्टेंट डायरेक्टर हैं. अब ज्यादा जानना होगा तो फ़िल्म देखनी पड़ेगी. अरे भाई आपको जितनी उत्सुकता है उससे ज्यादा हमें भी है तभी तो पटना नाउ आपके लिए खबर छान कर लाया है. जल्द ही इस फ़िल्म से जुड़ी नई जानकारी भी शेयर करेंगे.

पटना नाउ के इंटरटेनमेंट डेस्क से अपूर्वा की रिपोर्ट

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