आरा. नेशनल साइंटिफिक रिसर्च एंड सोशल एनालिसिस ट्रस्ट ने बड़ी मठिया स्थित अपने कार्यालय में रामनवमी के अवसर पर चैतोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया. कार्यक्रम का उद्घाटन गणेश वंदना से की गई. कार्यक्रम का संचालन संजय नाथ पाल ने किया. गणेश वंदना के बाद, सरस्वती वंदना अविनाश पांडेय उर्फ लव बाबा ने, श्याम शर्मिला ने “तेरी मर्जी का मैं हूँ गुलाम मेरे अलबेले राम..” गाने से समा बांध दिया. वृजेन्द्र मिश्रा ने शास्त्रीय संगीत से सबको सराबोर किया साथ ही सोहर भी गाकर श्रोताओं को मुग्ध कर दिया. राजा बसन्त बहार ने “निमिया की डाढ़ माइया” से गाने की शुरुआत की जिसपर मेहंदी राज,सुनैना,निकी और विभूति ने सहयोग दिया. उसके बाद 2 घण्टे तक कार्यक्रम में कई सुर और ताल में लोकधुन उतराते रहे. राजा बसन्त ने भी राम जन्म पर आधारित सोहर गाया जिसपर दर्शकों ने खूब लुत्फ उठाया. चैतोत्सव का यह कार्यक्रम सचमुच चैत्र महीने की पावन तिथि में चार चांद लगा रहा था.
कार्यक्रम में शेख कलामुद्दीन ने भी लोकधुन की प्रस्तुति दी.विभन्न गानों पर शेखर सुमन और कुली बाबा बाबा ने तबला पर संगत किया.
अविनाश और श्याम ने झाल पर संगत किया. कार्यक्रम में वरिष्ठ रंगकर्मी मनोज सिंह,प्रज्ञा सिंह,सल्लू, प्रमोद सिंह,विभूति, सत्य प्रकाश सिंह, वीणा सहाय और ओ पी पांडेय सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे. धन्यवाद ज्ञापन ट्रस्ट के अध्यक्ष श्याम कुमार ने देते हुए कहा कि चैतोत्सव हमारा पारम्परिक उत्सव है इसे हर भारतीयों को करना चाहिए क्योंकि हिन्दू नववर्ष की शुरुआत इसी से होती है.
आरा से सत्य प्रकाश सिंह की रिपोर्ट