मुंगेर (ब्यूरो रिपोर्ट) | जैसा कि विदित है मंगलवार शाम करीब 4 बजे सना नाम की 3 साल की बच्ची अपने नाना के घर में खुद रहे 100 फीट गहरे बोरवेल में खेलते खेलते जा गिरी. तब से उस बच्ची को बोरवेल से सकुशल बाहर निकालने के लिए लगातार कोशिशें जारी हैं. जिला प्रशासन अपनी पूरी कोशिश कर रही है.
मुंगेर शहर के मुर्गियाचक निवासी उमेश नंदन प्रसाद साव के घर 7 दिनों पहले उसकी नतिनी सना अपनी माँ के साथ आई थी. उमेश नंदन के घर में सबमरसेबुल बोरिंग लगाने का काम चल रहा था. मंगलवार की दोपहर सबमरसेबुल के लिए किये गये बोरिंग में केसिन डाल कर ग्रेबुल डाला जा रहा था. बोरवेल के खुले मुंह से कुछ फीट की दूरी से पूरा परिवार बोरिंग की प्रक्रिया को देख रहा था. इसी दौरान सना खेलते हुए आयी और फिसल कर केसिन के बगल से बोरिंग में गिर गयी.
SDRF की टीम प्रयासरत है. सुबह खबर लिखे जाने तक बच्ची बोरवेल में फंसी हुई थी. JCB से भी सना को लिकालने की कोशिशें की गई परन्तु अभी तक सफलता नहीं मिली है. बोरवेल के भीतर ऑक्सीजन की सप्लाई दी जा रही है. सुबह 7 बजे खबर लिखने तक बच्ची को बोरिंग से बाहर निकालने के लिए रेशक्यू ऑपरेशन जारी है. डॉ० सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बोरवेल में फंसी बच्ची के पल-पल की गतिविधियों की मोनिटरिंग कर रहे हैं और उनके मुताबिक बच्ची सुरक्षित है. लोगों का सना के लिए मन्नतों का दौर जारी है. आप भी सना के लिए दुआ करें कि वो सही सलामत बाहर आ सके. पटनानाउ की टीम ईश्वर से प्रार्थना करता है कि बच्ची सकुशल बाहर आ जाये.