भोजपुरी में अश्लीलता के खिलाफ जंग की तैयारी
संस्कृतिकर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार हुए गोलबंद
बक्सर, 15 जुलाई. भोजपुरी में अश्लीलता फैला अपने नाम को चमकाने वालों की खैर नही. अबतक फूहड़ता को आधार बना अपने आप को सुपर स्टार, सुपर सिंगर, सिल्वर जुबली और डायमंड स्टारों जैसे तमगे से नवाजने वालों पर अब ग्रहण लगने वाला है. भोजपुरी की कमाई खाने वालों ने भाषा मे अश्लीलता की चश्नी लगा खूब दोहन किया है और कपिला गाय समझ दिनों दिन इसे दुहने में ही लगे हैं. ऐसे लोग इस हद तक गिर गए हैं कि उन्हें धार्मिक देवी-देवताओं की आस्था के साथ भी खिलवाड़ किया है.
भोजपुरी में व्याप्त ऐसे ही अश्लीलता के खिलाफ सकारात्मक और परिणामजनक संघर्ष को ले बक्सर के किला मैदान में एक बैठक आयोजित कर ‘अँखुआ’ नामक संगठन की नींव रखी गयी. बैठक की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध गीतकार तारकेश्वर मिश्र ‘राही’ ने की. बैठक में सामाजिक कार्यकर्ता, रंगकर्मी, गायक और पत्रकार शामिल हुए और उन्होने एक हो अश्लीलता के विरुद्ध बिगुल फूंका. बैठक में जुटे समाज के बुद्धिजीवीयों ने तय किया कि ‘अँखुआ’ के बैनर तले भोजपुरी की अश्लीलता के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी. साथ ही करीब 1300 साल पुरानी भोजपुरी की गौरवशाली विरासत को भोजपुरी लोक मानस के सामने लाने की ईमानदार कोशिश की जाएगी. भोजपुरी में अच्छी लोक गायकी के लिए मशहूर गायक गोपाल राय ने कहा कि इस मंच से न सिर्फ हम विरोध की लड़ाई लड़ेंगे बल्कि अच्छे और भोजपुरी के अनछुए धुनों और लोकसंगीत का निर्माण कर अच्छे भोजपुरी का मतलब अश्लील गायकों को भोजपुरी रस मिठास से कराएंगे. वही वरिष्ठ पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता पंकज भारद्वाज ने कहा कि भोजपुरी भाषा को गंदे तरीके से पेश कर देवी-देवताओं को आहत करने वाले बाज आ जाएं वे भूल जाएं कि इस बार वो जल्दी छूट जाएंगे. इस बार उन्हें कानूनी लड़ाई में मुह की खानी पड़ेगी.
बैठक में भोजपुरी में अश्लीलता के खिलाफ जंग छेड़ने वाले और अभिनेता व गायक राकेश मिश्रा पर मुकदमा दर्ज कराने वाले सामाजिक कार्यकर्त्ता आशुतोष दुबे, प्रतिष्ठित गायक गोपाल राय, सुप्रसिद्ध मंच उदघोषक विजय बहादुर सिंह, साहित्यकार पंकज भारद्वाज, महुआ फेम गायक जितेन्द्र कुमार, रंगकर्मी-निर्देशक व अम्बा के फाउंडर मेम्बर ओ. पी. पांडेय के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहने वाले शराफत हुसैन, पवन पाठक, अनिवेश राय, राजीव कुमार रंजन, अंकित शर्मा, राघवेंद्र कुमार, सूरज कान्त पांडेय, राजेश कुमार, आर्यन सिंह आदि युवा साथी उपस्थित होकर अपने-अपने सुझाव दिये.
बक्सर से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट