27 जुलाई को भारतीय मानक समय के अुनसार 23 बजकर 54 मिनट पर चंद्रमा का आंशिक ग्रहण शुरू होगा. चंद्रमा धीरे-धीरे पृथ्वी की छाया से ढंक जाएगा और 28 जुलाई को भारतीय समयानुसार 1 बजे पूर्ण रूप से ग्रहण की स्थिति में आ जाएगा. 28 जुलाई को पूर्ण ग्रहण भारतीय समयानुसार 2 बजकर 43 मिनट तक रहेगा. उसके बाद चंद्रमा धीरे-धीरे पृथ्वी की छाया से बाहर आना शुरू हो जाएगा और आंशिक चंद्रग्रहण 28 जुलाई को भारतीय समयानुसार 3 बजकर 49 मिनट में पूरा हो जाएगा.
इस विशेष ग्रहण के दौरान चंद्रमा पृथ्वी की अम्बरीय छाया के केंद्रीय भाग से गुजरेगा. इसके अलावा चंद्रमा अपने चरमोत्कर्ष पर होगा जिसका अभिप्राय है 27 जुलाई को अपनी कक्षा में पृथ्वी से अधिकतम दूरी पर तथा अपनी कक्षा में धीमी गति से चल रहा होगा. पूर्ण चंद्रमा की इस धीमी गति से पृथ्वी के अम्बरीय छाया कोन की यात्रा करने में अधिक समय लगेगा तथा अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी जिससे यह इस शताब्दी के संपूर्ण ग्रहण की सबसे लंबी अवधि होगी.
ऐसी लंबी अवधि के पूर्ण चंद्रग्रहण 1 घंटा 46 मिनट की कुल अवधि का 16 जुलाई, 2000 को तथा कुल 1 घंटा 40 मिनट की अवधि का 15 जून, 2011 को हुए थे.
संपूर्ण चंद्रग्रहण भारत के सभी हिस्सों में दिखाई देगा. यह ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, एशिया, रूस-उत्तरी हिस्से को छोड़कर, अफ्रीका, यूरोप, दक्षिण अमरीका के पूर्वी तथा अंटार्कटिका के क्षेत्रों में भी देखा जा सकेगा.