पटना (राजेश तिवारी की रिपोर्ट) | बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बुधवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि सूबे में 5 नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. ये मेडिकल कॉलेज जमुई, बक्सर, मधुबनी, सीतामढ़ी व सिवान जिलों में खोले जाएंगे. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि ये मेडिकल कॉलेज अपने-अपने जिलों में जो स्वास्थ्य अस्पताल है उनके आस-पास ही खोले जाएंगे. उन्होंने कहा कि भारत सरकार के साथ एमओयू जल्द से जल्द पूरी की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में इन मेडिकल कॉलेजों का काम शुरू कर दिया जाएगा.
मंगल पांडे ने कहा कि बिहार में अभी 13 नए मेडिकल कॉलेज हैं जिसमें 8 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं. आने वाले 3-4 सालों में 13 और मेडिकल कॉलेज खोले जाने का रास्ता साफ हो गया है. जननायक कर्पूरी ठाकुर राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, मधेपुरा का निर्माण 70 फ़ीसदी पूरा हो गया है और इसे मार्च 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. सरकार इन्हें मान्यता देने के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को जल्द पत्र लिखेगी.
सूचना भवन में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से जमुई, बक्सर, मधुबनी (झंझारपुर), सीतामढ़ी और सिवान में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे. इसी के साथ आने वाले दिनों में राज्य में नए, पुराने और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की संख्या बढ़कर 26 हो जाएगी. मंत्री ने कहा कि नालंदा जिले के रहुई प्रखंड में 404 करोड़ की लागत से राजकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय का आधुनिक अस्पताल बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. पूर्णिया और सारण में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि एमसीआई ने पावापुरी, बेतिया और एएन मेडिकल कालेज, गया को एडमिशन लेने पर रोक लगा दिया था. लेकिन राज्य सरकार की अपील पर सुप्रीम कोर्ट से राहत दी है. अब इन मेडिकल कॉलेजों में भी एडमिशन होगा.