45 डिग्री तापमान में युद्धकौशल की ट्रेनिंग ले दुश्मनों को चित करने को तैयार हो रहे रणबांकुरें
– योद्धा बनने की राह पर अग्रसर NCC कैडेट्स
– प्रशिक्षण में निःस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने वाले हो रहे हैं विकसित
Patna now special report
आरा, 25 अप्रैल. वीरता के किस्से लिखने वाले भोजपुर जिले के बच्चे युद्धकौशल की ट्रेंनिग ले दुश्मनों को चित करने के लिए तैयार हो रहे हैं. 45 डिग्री के भीषण गर्मी और थका देने वाली इस मौसम को भी अपने हैसले से पल-पल पस्त कर रहे हैं ये लड़ाके. ट्रेंनिग के दौरान जज़्बे की आग के सामने 45 डिग्री की चिलचिलाती धूप और लू कभी रास्ता नही रोकती. इनके हौसले और लगातार बिना थके युद्धाभ्यास को देख भीषण गर्मी भी गस खाकर गिर जाती है. युद्ध मे पलक झपकते ही अपने चाल से शिकस्त करने की चीते से फुर्ती का गुर सीखा रहे हैं भारतीय फौज के 25 वो जाबांज प्रशिक्षक जो बिजली के समान तेज गति से दुश्मनों पर हमला कर समय के सेकेंड हिस्से में जंग जीत लेते हैं.
जी हां हम बात कर रहे है भोजपुर जिले के 5 बिहार बटालियन NCC के कैडेट का जो फिलहाल बिहटा स्थित
राज्य अग्निशमन केंद्र में चल रहा है. 19 जून से 28 जून तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कैम्प में सासाराम, औरंगाबाद, गया, बिहार शरीफ और भोजपुर समेत 7 जिलों से आये कुल 600 कैडेट्स शामिल हैं. जिसमें 170 बालिकाएं भी शामिल हैं. इस प्रशिक्षण शिविर में योग, रात्रि प्रचलन, मैप राइडिंग, हथियार फायरिंग, शारीरिक कवायद और व्यक्तित्व विकास जैसे 35 विषयों की गहन प्रशिक्षण कैडेट्स को दी जा रही है.
कमान अधिकारी बतलाते हैं कि राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले इन रणबांकुरों को अच्छे भोजन और अच्छे प्रशिक्षण की व्यवस्था प्रशिक्षण स्थल पर दी जा रही है. उन्होंने खुशी ब्यक्त करते हुए कहा कि पिछले वर्ष इस बेहतर प्रशिक्षण का ही परिणाम था कि 72 कैडेट्स का चयन सशस्त्र बल और पारा मिलिट्री फोर्स में हुआ. इस ट्रेंनिग से गया ग्रुप और दिल्ली के गणतंत्र दिवस के लिए भी बच्चे चुने जाएंगे जो संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण कैम्प-5 में शामिल किए जाएंगे और फिर 7-8 कैम्पों में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे.
प्रशिक्षुओं के साथ प्रशिक्षकों के लिए इस भीषण गर्मी में काफी बंदोबस्त किया गया है. मौसम की हाल को देखते हुए 24 घण्टे चिकित्सा के लिए चिकित्सक दल की व्यवस्था, ठंडा पेय, बिजली की सुदृढ व्यवस्था और 24 घण्टे इन योद्धाओं की सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध हैं. सुरक्षा में महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. लस्सी, शर्बत, नींबू पानी समय-समय पर कैडेटों को दिया जा रहा है ताकि किसी को डिहाइड्रेशन न हो.
बताते चलें कि अप्रैल महीने में निरीक्षण के लिए पहुंचे ब्रिगेडियर पंत ने निरीक्षण के बाद 5 बिहार बटालियन का जायजा लिया था. वे NCC अधिकारियों के प्रशिक्षण से काफी प्रभावित हुए थे और उन्होंने NCC के कमान अधिकारी, कर्नल विनोद जोशी के साथ कैडेटो की ट्रेनिंग, आगामी कैंप और होने वाली चुनौतियों पर विचार- विमर्श भी किया था. कर्नल जोशी के कार्यकाल में 5 बिहार बटालियन ने जो एक रेखा खींची है वो एक मार्क बनने वाला है.
इस प्रशिक्षण शिविर में न सिर्फ लड़के बल्कि लड़कियां भी इस कठिन प्रशिक्षण को ग्रहण कर रही हैं. चाहे शारीरिक ट्रेंनिग हो या दिमागी या फिर टारगेट पर गोलियों से दुश्मनों को चित करने का प्रशिक्षण, सबमे लड़कियां भी बराबरी का हिस्सा बन रही हैं.
योग दिवस के दिन पतंजलि योग संस्थान से आये योगाचार्य ने कैडेटस को मानसिक और शारीरिक शांति के लिए योगाभ्यास भी कराए.
कैम्प में वाद-विवाद, निबंध लेखन, खेल और मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम और कैम्प फायर जैसे आयोजन भी आयोजित हो रहे हैं. संध्या काल मे भाषण, वाद-विवाद, नाट्य-रूपांतरण और सांस्कृतिक कला का अभ्यास कराया जा रहा है.
खेल, सांस्कृतिक गतिविधि और ट्रेंनिग के साथ सर्वांगीण विकास विकसित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है ताकि शारीरिक विकास के साथ मानसिक और व्यक्तित्व का भी विकास हो सके.
पटना नाउ के लिए ओ पी पांडेय की रिपोर्ट