दो हफ्ते में SC ने माँगा जवाब
कोर्ट ने अपराधियों से सांठगांठ पर बिहार के नेताओं को जम के खरी-खोटी सुनाई
पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शहाबुद्दीन, तेज प्रताप यादव, बिहार सरकार और सीबीआई को नोटिस जारी कर दो हफ्तों में जवाब मांगा है. कोर्ट ने इसके साथ ही सीबीआई से केस की स्टेटस रिपोर्ट भी मांगी है. राजदेव की पत्नी आशा रंजन की याचिका पर कोर्ट ने कहा कि राजदेव के परिवार को पुलिस तुरंत सुरक्षा मुहैया कराएं.सुप्रीम कोर्ट ने अपराधियों से सांठगांठ पर बिहार के नेताओं को जम के खरी-खोटी सुनाई और कहा कि जो पार्टी में पोजीशन रखते हैं वे आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों से संबंध बनाने में एक सेकेंड भी नहीं लगाते, कई बार उनकी मदद भी लेते हैं.सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कई बार ताकतवर लोग दूसरे लोगों खासकर अकेली महिलाओं को खौफ में रखते हैं.राजदेव की पत्नी के मामले में को उदाहरण के तैर पर देखा जा सकता है .
वहीं आशा रंजन के वकील ने कोर्ट में कहा कि राजदेव को शहाबुद्दीन पर खुलासे की वजह से कत्ल किया गया. दोनों शार्प शूटर शहाबुद्दीन और तेज प्रताप के करीबी हैं. 10 सितंबर को जमानत के वक्त कई बड़े नेता और पुलिस अफसर शहाबुद्दीन के साथ थे. राजदेव के परिवार को खतरा है, वहां केस नहीं चल सकता. कोर्ट ने बिहार के गृह सचिव को कहा है कि वह शहाबुद्दीन और तेज प्रताप को नोटिस भिजवाएं. इस केस अगली सुनवाई 17 अक्तूबर को होगी.