गब्य पालन के लिए आवेदकों का इंटरव्यू सम्पन्न
दूसरी तिथि पर इंटरव्यू के लिए आये आवेदकों का हंगामा
बिना मोबाइल के आये आवेदक ने किया मैसेज मिलने का दावा
आरा, 12 अप्रैल. अभी तक आवेदकों को ही आपने इंटरव्यू में जाते सुना होगा लेकिन क्या कभी आवेदक की जगह किसी और के जाने का कोई किस्सा सुना है? नही न..? तो चकित न होईये ऐसा वाकया भोजपुर मुख्यालय आरा में गब्य पालन के लिए चल रहे साक्षात्कार के समय हुआ जब बुधवार को एक आवेदक के नही आने पर उसकी जगह उसके पिता ही इंटरव्यू देने पहुच गये. हालांकि बुजुर्ग पर कोई कार्रवाई नहीं की गई बल्कि उन्हें समझा-बुझाकर वापस भेज दिया गया. इंटरव्यू के लिए वैसे लोग भी शामिल हुए जिनका लिस्ट में मोबाइल नम्बर ही नही अंकित था लेकिन उन्होंने मैसेज मिलने का दावा कर हंगामा मचाया. लेकिन इस सबके बावजूद पशुपालन पदाधिकारी ने सबको इंटरव्यू में शामिल कर हंगामे को शांत किया.
जिला पशुपालन कार्यालय में समग्र गब्य विकास योजना 2017-18 के लिए बुधवार को आवेदकों का इंटरव्यू सम्पन्न हुआ जिसमें 66 उमीदवार सम्मिलित हुए. यह इंटरव्यू भारी हंगामे के बाद आवेदकों ने दिया. 66 उम्मीदवारों में 2 अनुसूचित जाति और 64 सामान्य वर्ग के आवेदकों ने इंटरव्यू दिया. बताते चलें कि समग्र गब्य विकास योजना 17-18 के तहत का 2,4, 6 और 10 दुधारू मवेशी एवं 5, 10, 15 और 20 शंकर नस्ल की बाछी का लक्ष्य का निर्धारण 108 आवेदकों का विभाग द्वारा किया गया था जिसके लिए लगभग 600 आवेदको ने इन्टरव्यू दिया. प्राप्त आवेदनों में अनुसूचित जाति के 87 आवेदन और सामान्य जाति के 464 आवेदन कार्यालय को प्राप्त हुआ. जिसमें इंटरव्यू के लिए 15 मार्च को सामान्य वर्ग के 274 आवेदक और अनुसूचित जाति के 53 आवेदकों ने भाग लिया. वही 11 अप्रैल को 66 आवेदको ने इंटरव्यू दिया. जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ सिद्धनाथ राय ने बताया कि प्राप्त आवेदकों के लिए इंटरव्यू की तिथि 15 मार्च निर्धारित की गई थी. 15 मार्च को 464 आवेदकों ने अपना इंटरव्यू बोर्ड के समक्ष दिया था.
बुधवार को आये आवेदकों ने हंगामा मचाया. हंगामे का मुख्य कारण उन्हें इंटरव्यू की दूसरी तिथि देना था. बहुत से आवेदकों ने विभाग को बताया कि उनका नम्बर एयरसेल का था जिसके अचानक से बन्द हो जाने के कारण उन्हें पिछले इंटरव्यू के तिथि की सूचना प्राप्त नही हुई. ऐसी स्थिति में विभाग ने बाकि बचे आवेदकों के लिए 11 अप्रैल की तिथि दूसरी तिथि इंटरव्यू के लिए निर्धारित की गई. लेकिन आवेदकों की माने तो उन्हें एक तिथि निर्धारित कर बुलाने के बाद उन्हें यह कहकर वापस जाने को कहा गया कि इंटरव्यू 15 मार्च को ही समाप्त हो गया है. इसी बात पर इंटरव्यू के लिए आये आवेदक भड़क गए और पशुपालन पदाधिकारी को उनके ऑफिस में ही बन्द कर दिया और हंगामा करने लगे. फिर पशुपालन पदाधिकारी ने नवादा थान को सूचना दी और बोर्ड के सदस्यों से बात कर आवेदकों का इंटरव्यू लिया तब आवेदको का गुस्सा शांत हुआ.
आरा से ओ पी पांडेय व सत्य प्रकाश सिंह की रिपोर्ट