पटना, 21 मार्च. रक्तदान महादान होता है लेकिन जानकारी के आभाव में बहुत लोग आज के इस दौर में भी इससे अनभिज्ञ है. लोगों को डर यह सताता है कि खून देने के बाद कमजोरी हो जाएगी. लेकिन डॉक्टरों की माने तो रक्तदान करने से हमारे शरीर मे कोशिकाओ की वृद्धि तेजी से होती है और नई कोशिकाओं की वजह से हम तन्दरुस्त और तरोताजा भी महसूस करते हैं. शरीर से निकल चुके रक्त की पूर्ति 3 महीनो के भीतर ही हो जाती है. सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह हैं कि रेगुलर रक्तदान से शरीर मे होने वाली बीमारियों का पता चल जाता है क्योंकि बिना रक्त की जॉच रक्त नही लिया जाता है. सुरक्षित और अच्छे जांच स्थलों पर ही रक्तदान करें और सबको प्रोत्साहित करें. क्या पता आपके रक्त से किसी को कब जीवन मिल जाये
बिहार दिवस के मौके पर गाँधी मैदान में मेला परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है. गांधी मैदान के मेला परिसर में यह सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक चलेगा. बिहार दिवस पर इस पुनीत कार्य को कर खुशियों के एहसास के साथ जाएं क्योंकि आपका रक्त किसी जरूरतमंद को ही काम आएगा.