बीजेपी नेता मनोज बैठा का नाटकीय सरेंडर, पसली और चेहरे पर लगी हैं गभीर चोटें
पटना, 28 फरवरी. 20 बच्चों को गाड़ियों से रौंदकर भागने वाले बीजेपी नेता मनोज बैठा को 4 दिनों तक पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी करती रही, जिसे वो नही मिला. लेकिन घटना का बड़ा ही नाटकीय अंत आज सुबह हुआ जब मुजफ्फरपुर पुलिस के समक्ष ही उसने अपना आत्मसमर्पण किया.घटना के बाद चार दिन तक गायब रहने वाले मनोज को पार्टी ने निलंबित कर दिया तो उसने पुलिस के समक्ष सरेंडर किया
मुजफ्फरपुर में 20 बच्चों को गाड़ी से रौंदने का आरोपी मनोज बैठा ने चार दिन तक हंगामे के बाद आज अहले सुबह लगभग 3:00 बजे नाटकीय अंदाज में मुजफ्फरपुर में ही सरेंडर कर दिया. सरेंडर मनोज को सुबह 4:00 बजे मुजफ्फरपुर पुलिस उसे लेकर PMCH के लिए रवाना हुई. पुलिस हिरासत में वो पटना के पीएमसीएच पहुंचा. मनोज बैठा के चेहरे और पसलियों में गंभीर चोटें हैं.सम्भवतः ये चोट घटना के दिन दर्दनाक हादसे के वक्त आयी थी जहाँ से आरोपी फरार हो गया था. बैठा को मुजफ्फरपुर पुलिस इसी चोट का इलासज कराने PMCH ले आयी.
बताते चलें कि मनोज बैठा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर, विपक्ष, 4 दिनों से सरकार के साथ-साथ, बीजेपी पर भी हमलावर था. दो दिनों तक विपक्षीयो ने विधानमंडल की कार्यवाही तक नहीं चलने दी थी. कड़े विरोध और हंगामे को देखते हुए बीजेपी ने मनोज बैठा को पार्टी से निकाल दिया था. इसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी हो रही थी. मनोज बैठा वही शख्स है जिसकी गाड़ी से 24 फरवरी को मुजफ्फरपुर-शिवहर मार्ग पर सड़क पार करते समय नौ स्कूली बच्चों को कुचल दिया था, जिसमें 9 बच्चों की मौत हो गयी थी. हादसे में 10 से ज्यादा बच्चे गंभीर रूप से घायल भी हुए थे. जिनका इलाज चल रहा है.
पटना नाउ ब्युरो की रिपोर्ट