‘शव’ खोजने के दौरान ‘दलित-आंगनों’ से निकले सैकड़ोे गैलन ‘शराब’
देसी शराब का दलित बस्तियों में चल रहा बड़ा कारोबार
गीधा स्तिथ मुसहर टोली के एक आंगन से शव, तो अन्य से मिले सैकड़ो शराब के गैलन
शराब की गैलनो के साथ ग्रामीणो ने किया 3 घंटे हाइवे अवरुद्ध, ग्रामीणों ने नष्ट किया बरामद शराब
कोईलवर, 24 फरवरी. शुक्रवार को कोईलवर थाना क्षेत्र के गीधा के दलित बस्ती में मिले एक चौकीदार की लाश ने हड़कम्प मचा दिया. मुसहर टोली के एक आंगन से यह लाश पुलिस ने बरामद की. माना जा रहा है कि युवक की हत्या कर शव को छुपाया गया था. मृतक की पहचान गीधा निवासी स्व रामजीवन राम का 28 वर्षीय पुत्र वीरेंद्र पासवान के रूप में गयी है. मृतक कृष्णगढ़ थाना के गुंडी में चौकीदार था. जो गुड़ी निवासी अपने नाना हरिभजन पासवान की मौत के बाद उनकी जगह चौकीदारी कर रहा था.
हत्या के विरोध में आक्रोशित लोगों व परिजनों ने आरा-पटना पथ को मध्य विद्यालय गीधा के समीप दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक जाम कर दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की. साथ ही पीड़ित परिवार के सदस्य को नौकरी देने की भी मांग की. घटना की सूचना मिलते ही सदर SDO अरुण प्रकाश, SDPO संजय कुमार, थानाध्यक्ष पंकज सैनी, सीओ मृत्युंजय कुमार , BDO सुलेखा कुमारी मौके पर पहुँचे. SDPO द्वारा दोषियों को पकड़ने का आश्वासन दिए जाने के बाद जाम खत्म हुआ.
कैसे हुई हत्या?
मृतक के भाई छोटू की माने तो वीरेंद्र अक्सर ही माँ सीता कुंवर से मिलने गांव आता था. बीती रात भी गीधा आया था. शुक्रवार को सुबह 8 बजे वह घर से गुड़ी जाने के लिये निकला था. लेकिन मुसहर टोली में हत्या कर हत्यारो ने उसका शव छुपा दिया. मृतक के भाई के अनुसार छः वर्ष पूर्व किसी बात के विवाद को लेकर मुसहर टोली के कुछ लोगो ने उसे देशी कट्टा दिखा मारपीट की थी. जिसके बाद वीरेंद्र ने कोइलवर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. लेकिन उस मामले में किसी की कोई गिरफ्तारी नही हुई. जिसके बाद मुसहर व पासवान समुदाय के लोगो के बीच विवाद और गहराता गया. संभवतः वह विवाद ही इस हत्या का जड़ हो. मृतक के भाई ने गांव के धर्मु मुसहर,मंगरु मुसहर,राज कुमार,राजेन्द्र,रविन्द्र,चिंटू,लंगड़ एवं सुरेश पर हत्या करने का आरोप लगाया है. आठ लोगो पर FIR दर्ज की गई है
ग्रामीणों का घंटे भर में कारनामा, दलित बस्ती की आंगनों से खोज निकाले शराब के सैकड़ो गैलन
गीधा मुसहर टोली में जिस स्थान पर चौकीदार की हत्या कर शव को छुपाया गया था. उस घर के आंगन से अवैध महुआ के गैलन मिले. हत्यारों ने हत्या कर शव को लकड़ी के ढेर में छुपा दिया था.इस दौरान ग्रामीणों ने मुसहर टोली के अन्य घरो से भी महुआ शराब के सैकड़ो गैलन बरामद किया. जिसमे हजारों लीटर अवैध महुआ शराब छुपा रखा गया था. ग्रामीणों ने मुसहर टोली के आंगनों से मिले इन गैलनो को NH 30 पर रख दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया.
ग्रामीणों ने स्थानीय चौकीदार व पुलिस की मिली भगत से ऐसे अवैध शराब के कारोबार का आरोप भी लगाया. ग्रामीणों ने कहा कि छापेमारी में पुलिस को शराब नही मिलती लेकिन ग्रामीणों ने एक घंटे में गीधा मुसहर टोली से हजारों लीटर शराब बरामद कर दिया. यह एक मुसहर टोली की बात नही है. हर दलित बस्ती में शराब का यही नजारा देखने को मिलेगा. ग्रामीणों ने गीधा मुसहर टोली के कई घरों से एक सौ डब्बे में बंद लगभग तीन हजार लीटर महुआ शराब निकाल सड़क पर रख दिया. जिसे पदाधिकारियो के सामने ग्रामीणों ने इसे नष्ट भी कर दिया. ग्रामीणों ने बताया कि सूबे में शराब बंदी सिर्फ कहने को है. हर दलित बस्ती में खूब शराब बिकती है.
कोईलवर से अमोद कुमार की रिपोर्ट