फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ाने में कृषि यंत्रों की महत्वपूर्ण भूमिका को लेकर विभिन्न राज्यों के कृषि यंत्र निर्माताओं के साथ सेमिनार का आयोजन पटना में किया गया. इस सेमिनार का उद्घाटन प्रेम कुमार ने किया. इस मौके पर प्रेम कुमार ने कहा कि 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने में आधुनिक तरीके से खेती के लिए फसल उत्पादन को लेकर फसल कटाई तथा कटाई उपरांत प्रसंस्करण में कृषि यंत्रों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी तथा किसानों तथा उनके छोटे-छोटे खेतों में कृषि यांत्रिकरण को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2017-18 में विशेष योजना का प्रावधान किया गया है.
कार्यक्रम 2017-18 कृषि रोड मैप में विशेष योजनाओं का प्रावधान किया गया है इ रोड मैप में 2017-18 के लिए किसी यांत्रिकरण कार्यक्रम हेतु कुल 1351.54 करोड़ रुपए का व्यय का प्रावधान किया गया है. कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि इस वर्ष 18 करोड़ किसानों को कृषि यंत्र पर अनुदान के रूप में दिया जाएगा इस योजना के तहत उन्होंने किसानों की आवश्यकता के अनुसार कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य के अंदर कृषि यंत्रों के निर्माण से जहां एक ओर राज्य में उद्योग का बढ़ावा मिलेगा वहीं दूसरी ओर राज्य के युवाओं को रोजगार के समुचित अवसर प्राप्त होंगे स्थानीय स्तर पर कृषि यंत्रों स्थानीय स्तर पर कृषि यंत्रों के निर्माण में यंत्रों की लागत मूल्य मूल्य कमाएगा राज्य के किसानों को फायदा होगा.
राजेश तिवारी