पद्मावत के विरोध में लहराए हथियार, सड़क जाम, आगजनी और तोड़फोड़,तलवार से एक हुआ घायल
पटना, 26 जनवरी. पद्मावत पर मचे घमासान के बाद भी पद्मावत सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी के बाद पूरे देश मे रिलीज हुई. हालांकि बावजूद इसके देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए. गुरुग्राम में जहां स्कूल बस पर पथराव हुए वही जयपुर में कई दुकानों में तोड़फोड़ की छिटपुट घटनाएं घटी.
कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है. इधर गुरुग्राम में बस पर पथराव से करणी सेना ने इनकार किया है. कई राज्य की सरकारों ने हंगामे की डर से फ़िल्म को अपने प्रदेश मे प्रदर्शन होने की अनुमति नही दिया है तो कई जगह सिनेमाघर के मालिकों ने हंगामे के मद्देनजर फ़िल्म लगाए ही नही. बावजूद प्रदर्शनकारियों ने हंगामा जारी रखा है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हुई फ़िल्म रिलीज के बाद भी, फ़िल्म के विरोध में प्रदर्शन और तोड़फोड़ ने देश की कानून व्यवस्था और सुरक्षा पर सवाल खड़ा किया है. क्या हम कानून से ऊपर हैं या फिर इस विरोध से कानून की सिस्टम ही बदलना चाहते है? कहीं जाति के नाम पर उठने वाला यह कोई षडयंत्र तो नहो या किसी नाम से दहशत फैलाने की कोई कोशिश हो रही है? बहुत मुश्किल भरे इस सवाल पर पटना नाउ की रिपोर्ट:-
पद्मावत की चर्चा इस कदर हर किसी के जुबान पर है कि लोग इस विरोध रूपी गंगा में हाथ धो खुद का नाम बनाने की होड़ में है. यही वजह है कि बेवजह भी उन्माद फैलाने के लिए लोग कानून के आदेश को दरकिनार कर सड़कों पर आये और विरोध किया. सबसे हास्यस्पद दिखा भोजपुर में इसका विरोध प्रदर्शन, जहां न फ़िल्म लगी और ना ही किसी ने कहीं देखा फिर भी विरोध-प्रदर्शन!! ये कैसा प्रदर्शन?
बिहार के भोजपुर जिले में फ़िल्म के प्रदर्शन को लेकर करणी सेना के समर्थकों ने घण्टों सड़क पर बवाल काटा.हाथों में तलवार और डंडों के साथ भंसाली मुर्दाबाद और फ़िल्म पर बैन करो नारों के साथ भंसाली का पुतला दहन हुआ. रोड पर आगजनी कर मार्ग को घण्टों अवरुद्ध किया गया.
हालांकि भोजपुर जिले के किसी सिनेमाघरों में फ़िल्म का प्रदर्शन नही हुआ. सिनेमाघर के मालिकों ने पहले ही लोगों की भावना समझते हुए विवादों से दूर रहने कि योजना बना फ़िल्म नही लगाने का फैसला किया था. लेकिन पद्मावत से ज्यादा करणी सेना से सहानुभूति दिखाने वालों ने उग्र हो हथियारों के साथ प्रदर्शन किया और इस उग्र प्रदर्शन के दौरान आपसी टकराव में एक युवक तलवार से घायल गया.
पद्मावत फ़िल्म के विरोध में करणी सेना समर्थकों के लोगों ने भोजपुर के चांदी थाना के समीप अवस्थित चांदी बाजार को जाम कर दिया. सैकड़ों की संख्या में सड़क जाम कर युवकों ने फ़िल्म निर्माता संजय लीला भंसाली का पुतला फूंक विरोध प्रदर्शन किया, जिससे सक्कड़ी- नासरीगंज सड़क पर यातायात दो घंटे से अधिक देर तक बाधित रहा. जाम कर रहे लोग फ़िल्म को बैन करने की मांग कर रहे थे. इधर सड़क जाम कर रहे युवकों ने चांदी बाजार को भी बंद कराया. जबरन दुकान बंद कराने के दरम्यान जाम कर रहे युवक एक स्थानीय दुकानदार से उलझ पड़े जिसमें मारपीट की घटना भी घटी. झड़प में स्थानीय दुकानदार रजनी ड्रेसेस के प्रोपराइटर चांदी निवासी अवध बिहारी सिंह के पुत्र गुड्डू कुमार के साथ मारपीट की घटना घटी. मारपीट के क्रम में ही युवको द्वारा तलवार की खींचतान में उसके हाथ व तलहथी पर गहरे जख्म हो गए. जिससे दुकानदार गंभीर रूप से जख्मी हो गया. आनन फानन में स्थानीय लोग जख्मी दुकानदार को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोईलवर ले गए जहाँ जख्मी का इलाज कराया गया. कार्यरत चिकित्सक डॉ अंजू ने बताया कि युवक के हाथ मे गहरा जख्म है. जिसमें चौबीस टांके लगे है.जाम व अगजनी के बाद झड़प की सूचना मिलते ही चांदी थानाध्यक्ष घटनास्थल पहुँचे.
पुलिस के पहुँचते ही जाम कर रहे लोगो ने जाम खत्म कर दिया. जिसके बाद यातायात बहाल हो सका. इधर इस मामले में जख्मी दुकानदार ने चार नामजद समेत दस अज्ञात लोगों पर लिखित शिकायत दी है. थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले की जांच पड़ताल की जा रही है तथा दोषी पाए जाने पर दोषियों पर कार्रवाई तय है.
कोईलवर से अमोद कुमार के साथ पटना नाउ ब्यूरो की रिपोर्ट