17 महीने बाद भी नही बन पाया 92 लाख का फुट ओवरब्रिज
आरा, 12 जनवरी. रेलवे कमाई में अव्वल रहने वाला विभाग होने के बाद भी अपने कामो में किस तरह नाकाम है इसका अंदाजा आप आरा स्टेशन पर बन रहे फुट ओवरब्रिज को देख कर लगा सकते हैं. 2016 के अगस्त में हुए इस ब्रिज के टेंडर के बाद से इसका निर्माण हो रहा है लेकिन अबतक आधा काम भी पुरा नही हुआ है. 17 महीने होने को आये लेकिन 92 लाख की इस फुट ओवरब्रिज का पायदान तक नही खड़ा हो पाया. कछुए की गति से चलने वाले इस काम का रफ्तार देखकर तो यही लगता है कि अगले एक बर्ष बाद भी इसका बन पाना नये रेल ओवरब्रिज के बनने जैसा सपना है. बताते चलें कि आरा रेलवे को सर्वाधिक पैसा देने वाला पटना के बाद दूसरे नम्बर पर आता है। बावजूद इसके रेलवे अधिकारियों द्वारा क्यों सौतेला व्यवहार किया जाता है यह समझना मुश्किल है. रेलवे परिसर में इस फुट ओवरब्रिज पर लगने वाले लोहे का गाटर तो गिरा दिया गया है लेकिन इसे लगाने के लिए विभाग ने ठीकेदार सुनील कुमार को दो माह से पैसे ही नही दिए हैं. रेल विभाग के यात्री प्लान मद में पैसा ही नही है जिससे यह काम पेंडिंग में है. यात्रियों के पैसे से मालामाल होने वाले रेलवे के यात्री प्लान फंड में ही पैसा नही होना रेलवे की नियत पर सवालिया निशान है.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट