आरक्षण के नाम पर जनता को दिग्भ्रमित कर रहा सत्ता व प्रतिपक्ष- पप्पू यादव
जन अधिकार पार्टी (लो) के रेल – सड़क चक्का जाम का दिखा असर
मिट्टी पर टैक्स वापस लेने की मांग
16 दिसंबर को बिहार बंद
जन अधिकार पार्टी (लो) ने आज रेल व एनएच पर चक्का जाम किया. इस दौरान राज्य भर में ट्रेन व वाहनों का परिचालन कुछ देर बाधित रहा. जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि राज्य में पक्ष और विपक्ष दोनों आरक्षण के नाम पर जनता को दिगभ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं और लोगों का ध्यान मुख्य मुद्दों से भटका रहे हैं. राज्य में अपराध की घटनाओं में निरंतर वृद्धि हो रही है. दलित और वंचितों का उत्पी़ड़न बढ़ गया है। लेकिन पुलिस अपराध रोकने में विफल साबित हो गयी है। उन्होंने कहा कि बालू और मिट्टी के संकट के कारण निर्माण कार्य थम गया है। बालूबंदी से लाखों व्यवसायी, कारीगर और मजदूर बेरोजगार हो गये हैं। सांसद ने बालू माफिया के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने और मिट्टी पर टैक्स खत्म करने की मांग की है। साथ ही, नेताओं, बालू माफियाओं और अधिकारियों की मिलीभगत को भी खुलासा करने की मांग की.
सांसद ने मुख्यमंत्री समेत पक्ष और विपक्ष को भी निशाने पर लिया और कहा कि बिहार में सरकार ने युवाओं को बेरोजगार कर दिया. इससे न तो सत्ता पक्ष को कोई फर्क पड़ रहा है और न विपक्ष को। दोनों को अपनी-अपनी शाख बचाने की पड़ी है. उन्हें राज्य की जनता से कोई मतलब नहीं रह गया है. विपक्ष जनहित के हर मुद्दे पर मौन है। उन्होंने कहा कि राज्य में सत्ता का बागडोर तो बदला मगर स्थितियां लगातार बद्तर होती जा रही है. अस्पताल हो या शिक्षण संस्थान, हर जगह माफियाओं का राज हो चुका है. पप्पू यादव ने इसके खिलाफ 16 दिसंबर को बिहार बंद करने की घोषणा की है.
पप्पू यादव ने कहा कि संविदाकर्मियों को नियमित करने, समान काम के लिए समान वेतन और शिक्षकों को वेतनमान देने की मांग को लेकर जन अधिकार पार्टी का आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि उनकी मांगों को सरकार नहीं मानेगी तो 16 दिसंबर को बिहार बंद किया जाएगा. सांसद ने कहा कि बिहार में बीपीएससी के माध्यम से चयनित शिक्षकों की बहाली में व्यापक पैमाने पर धांधली हुई है. इसकी जांच होनी चाहिए. राज्य में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है, छात्रों के भविष्य की साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. मगर जन अधिकार पार्टी (लो) राज्य की मेधा के साथ खिलवाड़ नहीं करने देगी.