मैं जन्म से तो नहीं लेकिन कर्म से बिहारी हूं, बिहारीपन ही मेरी पहचान है. मैं बिहार का नहीं लेकिन मेरे लिए मेरा बिहारीपन ही मेरी पहचान है, जिसपर मुझे गर्व है. पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन हॉल स्थित बापू सभागार में आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने मन की बात शेयर की.
राष्ट्रपति बिहार के कृषि रोड मैप का उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बिहार में जन्म लेने से ही कोई बिहारी नहीं होता. मेरे लिए बिहार और इसका बिहारीपन बहुत बड़ी बात है.
राष्ट्रपति ने कहा कि बिहार विभूतियों की धरती रही है. बापू मेरे आदर्श हैं, उनके पदचिन्हों का मैं हमेशा ही अनुसरण करता हूं. राष्ट्रपति भवन पहुंचकर अगर बापू के आदर्शों पर नहीं चल सके, तो जीवन अधूरा है. आधुनिक भारत के निर्माण में बिहार के विभूतियों का अमूल्य योगदान रहा है. मैं राष्ट्रपति भवन स्थित राजेंद्र बाबू की प्रतिमा को रोज नमन करता हूं.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि बिहार का राज्यपाल रहते हुए यहां मुझे जो प्यार और स्नेह मिला, वो मेरे लिए यादगार है. उन्होंने कहा कि अप्रैल 2017 से चंपारण सत्याग्रह का शताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है. चंपारण सत्याग्रह किसानों से संबंधित था. चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष में कृषि रोड मैप का लोकार्पण बेहतर कदम है. इस रोड मैप में किसानों के हित की बातें हैं. इससे किसानों को फायदा होगा. रोड मैप में शामिल गंगा किनारे के जैविक कॉरिडोर से बड़ा बदलाव आ सकता है.
अमित वर्मा