गंदगी और परजीवियों के बीच संपन्न हुआ छठ

गंदगी पर भारी आस्था
नहर बना नाला, उसी में हुआ छठ




आरा में महापर्व के दौरान इस बार छठव्रतियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी. आरा शहर के पास स्थित नहर में जहां हर साल बड़ी संख्या में लोग छठ करते हैं, वहां गंदगी का अंबर दिखा. देखिए आगे तस्वीरों में कैसे गंदे बदबूदार पानी और खतरनाक जोंक के बीच लोगों ने छठ किया. ये खतरनाक परजीवी जिस शरीर में घुस जाएं, उस व्यक्ति की क्या हालत होगी, ये समझना मुश्किल नहीं.

ये तस्वीरें भोजपुर जिले के 10 शहरी और 52 ग्रामीण घाटों के सफाई के दावों की प्रशासन की पोल का भंडाफोड़ कर रही हैं. छठ पूजा की सफाई के लिए एक सप्ताह पहले से सरकारी महकमों से लेकर स्वयंसेवी संस्थानों के कड़ी मेहनत के बाद भी घाटों की सफाई ढंग से नही हो पाई. हालांकि जिले में कई जगह घाटों की सफाई से शहर रौनक दिखा लेकिन आरा पटना बाइपास पर बहने वाली नहर में सफाई नहीं होने से संकरी हो चुकी नहर नाले के रूप में दिखी और जिला प्रशासन के आदेश के बाद भी नहर में साफ पानी नही दिखा.

नहर किनारे कूड़े कचरों के जले अवशेषों के बीच ही आस्था भारी दिखी. छठ व्रतियों ने इसी गंदे पानी मे ही मजबूरी में व्रत किया.

घाट किनारे गंदगी का ढेर और नहर में गंदा पानी देखकर सफाई के लिए जाना जाने वाला ये पर्व जिला प्रशासन और आरा नगर निगम पर सवाल उठा रहा है. पटना नाउ ने जब घाटों का भ्रमण किया तो नहर के किनारे जोंक और कई कीड़ो का अंबार दिखा. छठ पूजा जैसे बिहार के प्रचलित पूजा में भी सफाई का न होना निश्चय तौर पर एक सवाल खड़ा कर गया.

 

आरा से ओपी पांडे

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