आरा में ऐसी भी मनती है दीपावली
इस बार चाइनीज और पटाखों की आवाजें हुईं फीकी
पर्यावरण को मिली राहत
सोशल मीडिया के माध्यम से ‘आरा’ पेज मनाता है कई सालों से रंगोली
दीपावली आते ही लोगों को एक नाम याद आता है और यह नाम याद आता है सिर्फ और सिर्फ दीपावली पर बनने वाले विशालकाय रंगोली के लिए. जी हाँ हम बात कर रहे हैं फेसबुक पर आरा पेज से चर्चित एक पेज एवं आरा युथ ग्रुप का जो पिछले कई सालों से दीपावली के मौके पर सफाई के साथ-साथ विशालकाय रंगोली हर साल स्टेशन परिसर में बना लोगो का दिल जीत लेते हैं. इस बार यह रंगोली इस ग्रुप द्वारा 35 फिट की भव्य एवं आकर्षक बनाई गई. रंगोली निर्माण में 51 किलो अबीर लगा. स्थानीय रेलवे स्टेशन परिसर में पिछले कई साल से दीपावली के शुभ अवसर एक स्थानीय प्राइवेट हॉस्पिटल इस यूथ ग्रुप को आर्थिक मदद करता है. रंगोली निर्माण के बाद एक दीप शहीदों के नाम कार्यक्रम के तहत रंगोली में शहीदों के नाम दीप जलाये गए. दीपप प्रज्वलन में डॉ विजय गुप्ता ,आदित्य अतुल,दीपक,रंजीत,अजय, विवेक,चंदन,एवं सैकड़ो आरा वासी एवं यात्री सम्मलित हुए. यह कार्यक्रम सोसल मीडिया में काफी चर्चा में रहा. इस आयोजन में सोशल मीडिया के माध्यम से ही आरा प्रेमी जुटे एवं अपना सहयोग दिया.
रेलवे देता है सहयोग
इस आयोजन में रेलवे प्रसासन ने भी जमकर साथ दिया स्टेशन मास्टर ने सफाई के लिए अपने आदमी दिए.
आरा पेज के ग्रुप एडमिन ने बताया कि आरा युथ ग्रुप फेसबुक आरा पेज कई सालों से इस तरह के आयोजन करते आ रहा है एवं आगे भी करते ही रहेगा, उन्होंने कहाँ की आरा के फेसबुक पेज पर 27700 के करीब लाइक हैं यानी इतने लोग सीधे रूप से फेसबुक आरा पेज से जुड़े हैं जो आरा के ही है लेकिन अभी पूरे विश्व मे फैले है.
इधर पूरे जिले की बात करें तो इस बार भोजपुर जिले में पटाखों की आवाज और पॉल्यूशन में 50% की कमी देखने को मिली है. वही चाइनीज लाइटों में भी पिवहहले साल के मुकाबले और भी कमी आयी है. होटल और कुछ व्यवसायिक संगठनों को छोड़ दें तो और कहीं भी चाइनीज लाइटों का नामोनिशान शहर में नही दिखा. है इस बार अगर सबसे ज्यादा इज़ाफ़ा हुआ तो मिट्टी के दीये में. लगभग सभी घरों में मिट्टी के दिये ही जले. मोमबत्ती भी इस साल कम जले दिखे. निश्चय ही यह आने वाले भविष्य में पर्यावरण और मिट्टी के कारीगरों के लिए अच्छा संकेत है. हालांकि इसकी वजह कुछ लोग GST का असर भी मान रहे हैं लेकिन सूत्रों की माने तो यूथ में स्वास्थ्य को लेकर एक जागरूकता देखी गयी है.
आरा से ओ पी पांडेय