बिहार में इस बार नेपाल और सीमावर्ती जिलों में हो रही बेहिसाब बारिश से हालात लगातार बेकाबू होते जा रहे हैं. हालत ये है कि हर जगह से तटबंध टूटने की खबरें आ रही हैं. सरकार, NDRF, SDRF और सेना की मौजूदगी के बावजूद स्थिति पर नियंत्रण मुश्किल हो रहा है. इस बीच मौसम विभाग ने एक बार फिर अगले 24 घंटे में भारी बारिश और वज्रपात की आशंका जताई है.
बाढ़ से अब तक 50 से अधिक लोगों से मौत हो चुकी है. हालांकि ये आंकड़ा भी लगातार बढ रहा है. आपदा प्रबंधन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के 21 जिलों की 66 लाख आबादी बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है. मंगलवार तक दरभंगा, मधुबनी, गोपालगंज, अररिया व किशनगंज सहित राज्य के कई भागों में जगह-जगह तटबंध टूट रहे हैं. सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर में भी अब हालात बिगड़ रहे हैं.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज दरभंगा प्रमंडल का हवाई सर्वेक्षण किया. उन्होंने विशेष विमान से दरभंगा, मोतिहारी, शिवहर और मधुबनी का जायजा लिया. इससे पहले कल सीएम ने पूर्णिया प्रमंडल का दौरा किया था.
राहत और बचाव कार्य में NDRF के बचावकर्मी
इन सबके बीच NDRF की कुल 23 टीमें बिहार के विभिन्न जिलों में लगाई गई हैं. NDRF की एक – एक टीम सुपौल, गोपालगंज, दरभंगा, अररिया, मधुबनी, मुज़फ़्फ़रपुर और पटना जिलों में तैनात की गई है जबकि दो – दो टीमें किशनगंज और कटिहार जिलों में तैनात है. इसके अलावा 3 – 3 टीमें क्रमशः मोतिहारी, बेतिया, पूर्णिया और सीतामढ़ी जिलों में तैनात हैं.
9वीं बटालियन NDRF बिहटा (पटना) की 13 टीमें तथा 3 बटालियन NDRF मुंडली (ओडिशा) की कुल 10 टीमें बिहार के बाढ़ ग्रस्त जिलों में राहत और बचाव कार्यों में तैनात की गई हैं.
NDRF के मुताबिक मंगलवार शाम 4.30 बजे तक NDRF की टीमों ने कुल लगभग 4,580 लोगों को बाढ़ ग्रस्त इलाकों से सुरक्षित बाहर निकाला. इसके अलावा 4 मृतकों के शवों को सीतामढ़ी (2), किशनगंज (1) और मोतिहारी (1) जिलों में ढूढ़ निकाला तथा इसे उनके परिजनों को सौंपने में सिविल प्रशासन को मदद किया. NDRF के बचावकर्मियों ने मंगलवार को 6 प्रसव पीड़ित महिलाओ को मुज़फ़्फ़रपुर, पूर्णिया और कटिहार जिलों में उनके बाढ़ ग्रस्त घरों से सुरक्षित निकालकर नजदीकी अस्पताल पहुंचाया. इसके अलावा, NDRF के बचावकर्मियों ने 3 (2 बेतिया, 1 पूर्णिया) लोगों को बाढ़ में डूबते हुए लोगों को बचाया.