बिहार में एक बार फिर बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई है. बिहार के 38 जिलों में से 25 जिले बाढ़ की त्रासदी झेल रहे हैं. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने केन्द्र सरकार से तुरंत मदद की गुहार लगाई है. खासकर सीतामढ़ी, किशनगंज, फारबिसगंज, कटिहार, पूर्णिया और चंपारण जिलों में ज्यादा तबाही मची है.

लगातार भारी बारिश और बाढ़ के कारण कई जिलों से ना सिर्फ सड़क बल्कि रेल संपर्क भी टूट गया है. विशेषकर सीमावर्ती जिलों किशनगंज, पूर्णिया, बेतिया, सीतामढ़ी किस कदर प्रभावित हैं आप नीचे की तस्वीरों से समझ सकते हैं.




ये तस्वीरें सीतामढ़ी के गांवों की हैं.

  

सीतामढ़ी

बाढ़ की तबाही के मंजर के बीच राहत भरी खबर लाने वाले SDRF के जवान दिन-रात लगे हैं और प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगहों तक पहुंचा रहे हैं.

पूर्वी चंपारण में लाल बकेया नदी का पश्चिमी बांध टूट गया जिससे कई घरों में पानी घुसा है. पश्चिमी चंपारण के गौनाहा प्रखंड मुख्यालय में पांच फीट पानी बह रहा है. मुजफ्फपुर की बात करें तो औराई में बांध के भीतर बसे सौ गांव में बाढ़ का पानी घुसा है. बगहा के अधिकांश इलाकों से मुख्यालय का संपर्क टूट गया है. बगहा में गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि लगातार जारी है. इसको लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. बगहा में रेलवे ट्रैक पर पानी आने से परिचालन ठप हो गया है. कई ट्रेनें यहां वहां खड़ी हैं.

इधर शिवहर जिले में बागमती नदी का पानी शिवहर-सीतामढ़ी NH104 पर डुब्बा घाट के पास NH के उपर से बहने लगा है. नदी का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर उपर हो गया है. बेलवा घाट के समीप नदी के तटबंध पर पानी का दबाव बना हुआ है. डीएम ने नदी के आसपास वाले गांव के लोगों को सचेत करते हुए सभी अधिकारियों को अलर्ट किया है.

सहरसा के शहरी क्षेत्रों के कई घरों और रेलवे स्टेशन में बाढ़ का पानी घुस गया है. इधर किशनगंज में भी बाढ़ का पानी घुसा है. अररिया में बाढ़ से बचाव के लिये एसडीआरएफ की टीम पहुंची है. फारबिसगंज में पिछले 20 घंटे से बिजली ठप्प है.

ये तस्वीरें सुपौल की हैं जहां SDRF की टीमें लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही हैं और साथ ही राहत सामग्री भी पहुंचा रही हैं.

नरकटियागंज के बाजार में दो से तीन फीट पानी भरा है. सबसे ज्यादा नुकसान चीनी मिल में हुआ है. चीनी मिल के सभी अधिकारी व कर्मी बाढ़ में घिरे हुए हैं. वहीं SSB कैंप में 6 से 7 फीट पानी बह रहा रहा है. नेपाल में हुई बारिश से गंडक नदी लाल निशान को पार कर गयी है. गंडक नदी में 3.40 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. बगहा व रामनगर में भी बाढ़ का पानी घुस गया है. बगहा – वाल्मीकिनगर मार्ग में सड़क पर तीन फीट पानी बह रहा है. इस वजह से आवागमन ठप है. वीटीआर के जंगल में पानी घुस गया जिससे जानवर पलायन कर रहे हैं.

 

Related Post