भोजपुर के छात्रों ने भी दिखाया दमखम

By Amit Verma May 31, 2017

भोजपुर के कई छात्रों ने लहराया परचम

किसान की बेटी ने बनाई टॉप 10 में जगह




 

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जारी इंटरमीडियट के रिजल्ट को ले जहाँ छात्रों में घमासान मचा हुआ है वही भोजपुर में ग्रामीण स्थानों के लड़कों और छोटे कोचिंग संचालकों ने 100 प्रतिशत रिजल्ट ला दिखा दिया कि विपरीत परिस्थितियों में भी ठान लिया जाये तो सफलता कदम चूम ही लेती है. इंटरमीडियट में शामिल 12 लाख 50 हजार छात्रों में 8 लाख छात्र फेल हुए है. मात्र 34% रिजल्ट के बाद भी जीत के जज्बे से नयी उम्मीद जगा रहे है परीक्षा में परचम लहराने वाले बच्चे. इन बच्चों पर न सिर्फ उनके अभिभावक गर्व कर रहे हैं बल्कि उनके गुरु और वो तमाम कोचिंग संस्थान जहाँ से उन्होंने सफलता का मूलमंत्र लिया है.

रागिनी बनी कॉमर्स की टॉपर, स्टेट टॉप 10 में जगह

उदवंतनगर के मसाढ़ गाँव के अनिल सिंह और संजू देवी की पुत्री रागिनी कुमारी ने भोजपुर जिले में कॉमर्स में नम्बर one और स्टेट में टॉप 10 में जगह बनाई है. रागिनी वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय की छात्रा है और महाराजा हाता स्थित गली नम्बर 3 में अपने बहन के साथ रहकर पढ़ायी करती है. पिताजी किसान है जो खाली समय में गाँव में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते हैं और माँ कुशल गृहणी है. रागनी भोजपुर में पहला रैंक और बिहार में टॉप 10 में जगह पाने के बाद बहुत खुश है. अपने टॉप की खबर पँर उसे यकीन तब आया जब मीडिया वाले उसके पास पहुँचने लगे. रागिनी का सपना चार्टेड अकाउंटेड बनने की है. किसान की पुत्री ला सपना है कि उसके घर में भी एक पदाधिकारी बने. अपने सफलता का श्रेय माता-पिता बड़ी बहन और गुरुजनों को देती है.

हितनारायण क्षत्रिय उच्च विद्यालय के छात्र भास्कर ने साइंस में 79% अंक के साथ जिले और स्कूल का नाम रोशन किया है. आशीष कुमार भास्कर ने अपनी पढ़ाई गुरुकुल नामक कोचिंग जिसे शिक्षक राजेश कुमार चलाते हैं के देखरेख में की थी. कोचिंग संस्थान ने आशीष कुमार भास्कर के इस सफलता पर उन्हें बधाई दिया है और साथ ही उपहार स्वरुप कोचिंग का नाम ऊँचा करने के लिए लैपटॉप देकर सम्मानित किया है. संस्थान के दूसरे छात्रों में दीपिका कुमारी, अभिषेक कुमार पांडेय, विशाखा कुमारी और विपिन कुमार संकेत कई अन्य ने 70-80 प्रतिशत तक अंक प्राप्त किये हैं. कोचिंग में लगभग 300 छात्रों में 200 से ज्यादा छात्रों ने बाजी मारी है.
गड़हनी की बेटी ने किया हाई स्कूल टॉप

वही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जारी रिजल्ट में गड़हनी राम दहिन मिश्र +2 उच्च विद्यालय के विज्ञान की छात्रा माधवी कुमारी ने 500/381 लगभग 76% मार्क्स पाकर विद्यालय के साथ अपने परिजनों का नाम रौशन किया हैं. माधवी के पिता मनोज केशरी मध्य विद्यालय नारायण पुर में शिक्षक हैं और माता एक गृहणी हैं. माधवी के दादा अशोक केशरी बताते हैं कि जिस तरह से हमारे बेटे ने हमारा नाम ऊचा किया उसी तरह इस घर के बिटिया ने भी अपने कॉलेज में टॉप कर न सिर्फ गाँव और स्कुल के नाम रौशन किया है बल्कि जिले का नाम रौशन किया है. खेल में बैडमिंटन, स्टार में ऋतिक और माधुरी को पसंद करने वाली माधवी का सपना भी शिक्षक बनने का है. वही उसके माता-पिता का सपना है कि उनकी बेटी सामाजिक सेवक बने.

A टू Z मैथेमैटिक्स ने दिया 100% रिजल्ट

कभी-कभी छोटी चीजे इतना बड़ा इतिहास रच जाती हैं कि वह बहुत बड़ा नाम बन जाता है. बिहार में सुपर 30 एक ऐसा ही छोटा नाम था जिसने हर साल देश को 30 इंजिनियर और डॉक्टर देकर विश्व में अपनी पहचान बना ली. भोजपुर जिले में इस बार A टू Z मैथेमैटिक्स नामक कोचिंग संस्थान ने इस बार 100% रिजल्ट लाकर साबित कर दिया कि वो भी किसी से कम नहीं है. कोचिंग के संचालक विकास पंडित ने पिछले साल ही इसे स्टार्ट किया था. कोचिंग में मात्र 20 छात्रों का ही बैच था और ये सभी प्रथम श्रेणी से उतीर्ण हुए हैं. इनमें मैथ में 94 % तक मार्क्स छात्रों ने लाकर इस कोचिंग के बेहतरीन पढ़ायी पर मुहर लगाया है. कोचिंग में पढ़ने वाले आकाश कुमार कोचिंग के टॉपर हैं जिन्होंने मैथ में 94 अंक स्कोर किया है वही शुभम ओझा 87 अंक के साथ दूसरे नम्बर पर, 83 अंको के साथ शु्भम पाठक तीसरे और चौथे स्थान पर 80 अंको के साथ नितीश पाण्डेय हैं.
कोचिंग संचालक विकास पंडित बीटेक करने के बाद ग्रेटर नोयडा में कोचिंग में पढ़ाते थे. उन्हें पढ़ाने का बहुत शौक है. उन्होंने अपने इस पैशन को अपने शहर आकर पिछले साल अपने छोटे से कोचिंग का रूप दिया और अपने बेहतरीन शिक्षण से 100% रिजल्ट लाकर साबित कर दिया कभी-कभी नाम छोटा होने पर भी दर्शन बड़े मेहनत और लगन के बदौलत हो जाते हैं. वे कहते हैं कि इस बेहतरीन रिजल्ट में सिर्फ उनका नहीं बल्कि छात्रों की भी भरपूर मेहनत है.

 

आरा से ओपी पांडे

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