लाख कोशिशों के बावजूद शराबियों और तस्करों की कारगुजारी सरकार और प्रशासन के लिए सिरदर्द बनी हुई है. इसे देखते हुए अब हर स्तर पर समीक्षा के साथ सबको चेतावनी भी दी जा रही है. शनिवार को पटना डीएम ने बस मालिकों और ट्रांसपोर्टर यूनियन के साथ बैठक की. डीएम संजय अग्रवाल ने ट्रान्सपोर्टर यूनियन को स्पष्ट चेतावनी दी कि सभी बस एवं मालवाहक ट्रक के मालिक की यह व्यक्तिगत जवाबदेही होगी कि वाहन के परिचालन के दौरान उनके वाहन में किसी के द्वारा अवैध रूप से शराब का परिवहन न किया जाय. बस एवं मालवाहक ट्रक में शराब की खेप पकड़े जाने पर उस वाहन को जब्त कर लिया जाएगा और उसके मालिक पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बैठक में मौजूद यूनियन के सदस्यों ने इस मामले में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है. डीएम ने रेल SP को भी निर्देश दिया है कि विभिन्न राज्यों से पटना आने वाली ट्रेन की जांच करायें ताकि किसी भी दिशा से पटना में शराब का परिवहन न हो सके. इस दौरान यात्रियों को कोई भी परेशानी नहीं होने दी जाएगी. इस काम में GRP कर्मी अगर लापरवाही बरतेगें तो उनके खिलाफ जिम्मेवारी निर्धारित करते हुए कार्रवाई की जायेगी.
पटना के ट्रैफिक एसपी को भी डीएम ने निर्देश जारी किया है कि पटना की ओर आने वाली सभी महत्वपूर्ण सड़कों पर अभियान के तौर पर वाहन चेकिंग कराएं. इसके अलावा जिला परिवहन पदाधिकारी(DTO) को निर्देश दिया गया है कि विभिन्न राज्यों से आने वाली बसों की भी औचक जांच करवाएं ताकि अवैध धंधे में संलिप्त लोगों में कड़ा संदेश जाए.