सियासी बयानबाजी में सांप-सपोले तक पहुंचा विवाद

By Amit Verma May 1, 2017

बिहार में सरकार चला रहे दो दलों की लड़ाई वंशवाद, व्यक्तिवाद से लेकर अब सांप-सपोले तक पहुंच गई है. सियासत में पक्ष और विपक्ष को लड़ते और आरोप-प्रत्यारोप लगाते तो बहुत सुना था. लेकिन बिहार में आजकल एक नई परंपरा ही चल निकली है. जी हां, कहने को तो सूबे में महागठबंधन है, लेकिन इसके दलों के बीच भारी अंतर्विरोध और अंतहीन विवाद देखने को मिल रहा है.




जदयू और राजद के बीच परिवारवाद और व्यक्तिवाद के बयान के बाद शुरू हुए बहस ने बड़ा रुप ले लिया है. राजद के भाई वीरेंद्र ने आज आरसीपी सिंह  पर तंज कसते हुए कहा कि आरसीपी सिंह तो खुद भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी रहे हैं. उनके भ्रष्टाचार की पोटली खुलने लगेगी को उनका बचना मुश्किल हो जाएगा. इसलिए उन्हें दूसरों पर उंगली उठाने से पहले खुद के गिरेबां में झांक लेना चाहिए.

भाई वीरेंद्र ने ये भी कहा कि राजद के ही वोट पर जेडीयू सरकार में राज कर रहा है. लगे हाथ उनका ये दर्द भी छलक गया कि राजद के विधायक दुखी हैं, किसी का कोई काम नहीं हो रहा है. जदयू के नेता सेटिंग कर अपने लोगों की पोस्टिंग करवा रहे हैं. वहीं महागठबंधन को वोट देेने वाली जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है.

इसके बाद जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने भी पलटवार करते हुए कहा कि भाई वीरेंद्र महागठबंधन के सपोला हैं. सांप बनने से पहले ही संपोले को मार देना चाहिए. आरसीपी सिंह पर कोई टिप्पणी जदयू बर्दाश्त नहीं करेगा. महागठबंधन को नीतीश कुमार के चेहरे की वजह से जीत मिली है, ये याद रखना चाहिए.

संजय सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी में न तो परिवारवाद है और न ही व्यक्तिवाद. हम समूहवाद के सिद्धांत पर काम करते हैं. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार पर वंशवाद या भ्रष्टाचार के आरोप न तो लगे हैं, और न कभी लगेंगे.

अब ऐसे बयानों से जाहिर है कि दोनो दलों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि दरअसल लालू पर लगातार सुशील मोदी के हमलों से राजद खुद को असहज महसूस कर रहा है. लालू फैमिली पर लगे आरोपों से जदयू ने किनारा कर लिया है जिससे राजद के नेता खासे नाराज हैं. रही सही कसर आरसीपी सिंह ने पूरी कर दी जब रविवार को उन्होंने कह दिया कि  जिस पर आरोप लगे हैं, वही जवाब दें, बीच में जदयू कहां से आता है.

बता दें कि पहले तो काफी दिनों तक रघुवंश प्रसाद सिंह ने नीतीश कुमार पर हमले कर मोर्चा संभाले रखा. इसके बाद ताजा विवाद खड़ा हुआ जब पटना में एक कार्यक्रम के दौरान जदयू सांसद आरसीपी सिंह ने कहा कि परिवारवाद लोकतंत्र के लिए खतरा है. इसे बड़ा हमला मानते हुए लालू कुनबे के नेताओं ने पलटवार कर दिया कि परिवारवाद से ज्यादा खतरनाक व्यक्तिवाद है.

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