चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष पर आयोजित स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समारोह में केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह नहीं आए. उनके साथ-साथ बीजेपी या NDA का कोई नेता शामिल नहीं हुआ. इसके पीछे इस समारोह में लालू की उपस्थिति को मुख्य वजह माना जा रहा है. पटना के एसकेएम हॉल में आयोजित स्वतंत्रता सेनानी समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, राज्यपाल रामनाथ कोविंद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद भी मंच पर उपस्थित थे.
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान करने का बिहार को सौभाग्य प्राप्त हुआ है. उन्होेंने कार्यक्रम में आने के लिए राष्ट्रपति का अभिनंदन किया.
नीतीश कुमार ने कहा कि हमने पूरे देश के सभी गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया था, सभी लोग आए लेकिन जो लोग नहीं आए उनको भी मैं धन्यवाद देता हूं. उन्होेंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के समारोह में नहीं आने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इसपर कम-से-कम राजनीति नहीं की जानी चाहिए. यह तो उनलोगों को सम्मान करने का समारोह है जिन्होंने देश की आजादी में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
नीतीश कुमार ने कहा कि आज के समय में गांधी के आदर्शों को अपनाने और गांधी के विचारों को अात्मसात करने की सबसे ज्यादा जरूरत है. सीएम ने कहा कि हमें गर्व है कि गांधी जी ने बिहार के चंपारण की धरती से ही अपने सत्याग्रह की शुरूआत की.