अगर आप किसी जरूरी काम को कल पर टालने के आदी हैं तो इस बार ये आदत आपके लिए मुसीबत का सबब बन सकती है. खासकर रूपए के लेन-देन या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से कहीं जाने का प्रोग्राम हो तो आज ही कर लें. क्योंकि शुक्रवार को 11 बड़े ट्रेड यूनियनों समेत कई संगठनों की देशव्यापी हड़ताल है. इस हड़ताल में ना सिर्फ बैंक बल्कि अन्य सरकारी ऑफिस और उद्योग भी बंद रहेंगे. कुछ राज्यों में स्थानीय संगठनों ने भी हड़ताल में भागीदारी का फैसला किया है. इसके कारण सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर भी असर पड़ सकता है. इसके अलावा बीमा कंपनियां, कोल इंडिया लिमिटेड आदि भी बंद रहेंगे. AITUC और CITU हड़ताल नहीं करने की केन्द्र सरकार की अपील को पहले ही ठुकरा चुके हैं. लेकिन RSS से संबंध BMS इस हड़ताल में शामिल नहीं हो रहा है.
क्या है मांगें-
- मजदूरों का न्यूनतम वेतन 18 हजार करना
- घाटे में चल रहे PSU को बंद करने का विरोध
- नए पेंशन फंड का विरोध
- स्टॉक मार्केट में ज्यादा पैसा लगाने का विरोध
- बैंकों के मर्जर का विरोध
- नए लेबर लॉ का विरोध
- बीमा और रक्षा क्षेत्र में FDI बढ़ाने का विरोध