इलाज के लिए भर्ती कराकर छोड़ गए थानाध्यक्ष
अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से गायब हो गयी महिला
बक्सर के रघुनाथपुर पीएचसी में इलाजरत अज्ञात महिला के रहस्यमय ढंग से गायब हो जाने का मामला प्रकाश में आया है. महिला बगेन थाना क्षेत्र के कैथी गांव के समीप बुधवार की रात सड़क किनारे बेहोशी की हालत में मिली थी. जिसकी उम्र तकरीबन 70 वर्ष के आसपास थी. प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो महिला ने कान व नाक में सोने के आभूषण पहन रखे थे. इससे यह प्रतीत हो रहा था कि किसी संपन्न घर से है. अचेत अवस्था में महिला के पड़े होने की सूचना मिलते हीं गांव में सनसनी फैल गयी. ग्रामीण उसे देखने के लिए अपने घर से बाहर आ गये. लेकिन महिला कहां से आई, कहां की है, किसी को कुछ पता नहीं चल सका. गश्ती के लिए निकली बगेन थाना की पुलिस उसे अपनी अभिरक्षा में लेकर इलाज के लिए ब्रह्मपुर पीएचसी में भर्ती कराया. पुलिस ने आस पास के गांव में भी पूछताछ किया. लेकिन, उसकी पहचान नहीं हो सकी. बगेन थानाध्यक्ष के अनुसार महिला अर्ध विक्षिप्त थी. उसके शरीर पर किसी तरह के जख्मों के निशान नहीं थे. पास जाकर देखा तो महिला की सांसे चल रही थी. कैथी गांव के लोगों को सूचना दी गयी. लेकिन किसी ने महिला को नहीं पहचाना. लोगों ने कहा कि महिला इस गांव की नहीं. आज से पहले इस महिला को कभी इधर नही देखा गया.
अस्पताल की लापरवाही पर करेंगे कार्रवाई
बगेन थानाध्यक्ष श्रीमंत कुमार सुमन ने बताया कि महिला को इलाज के लिए ब्रह्मपुर पीएचसी में भर्ती कराया था. साथ ही पुलिस महिला की तस्वीर लेकर आसपास के गांव में पूछताछ कर रही है. महिला के होश में आने के बाद पूछताछ का प्रयास किया गया. लेकिन, उसने कुछ भी बताने से इनकार किया. अभी महिला को अस्पताल में ही रखने का आग्रह किया गया था. लेकिन, अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से वह महिला अचानक कहीं चली गयी. पूछताछ के बाद अस्पताल के किसी स्टाफ ने उक्त महिला के बारे में नहीं बताया. यह एक गंभीर मामला है. इस मामले से वरीय अधिकारियों को अवगत कराया गया है. कार्रवाई की जायेगी.
होश में आने के बाद सिर्फ रो रही थी महिला
अबला तेरी यहीं कहानी, आंचल में दूध और आंखों में पानी. मैथिलीशरण गुप्त की ये पंक्तियां आज बरबस सबके जुबान पर थी. पीएचसी में इलाजरत महिला होश में आने के बाद सिर्फ रो रही थी. स्थानीय लोगों कि मानें तो हर बात के जवाब में बस वह हाथ जोड़ती रही. थानाध्यक्ष ने भी बताय कि उन्होंने बताया कि ऐसा लगता है कि महिला को घर से भगा दिया गया हो. लोक लाज के कारण वह अपने घर का पता बताने से गुरेज कर रही हो. इधर, पीएचसी के चिकित्सा प्रभारी उदय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि रात में डॉ राजेश गुप्ता ड्यूटी पर थे. उन्होंने इलाज किया था. लेकिन, सुबह महिला कहीं चली गयी.
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
इलाज के लिए महिला को भर्ती करने के बाद पुलिस की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह उसका ध्यान रखे. इलाज के बाद अगर महिला अस्पताल से गायब हो गयी है तो यह मामला बेहद गंभीर है. जांच के बाद दोषी पर कार्रवाई की जायेगी- ब्रजकिशोर सिंह
बक्सर से ऋतुराज