राजनीतिक सत्ता और सामाजिक सम्मान हासिल करने के लिए मुसलमान, दलित और अति पिछड़ा वर्ग को एक साथ आना होगा वहीँ दलित और मुसलमानों को एक-दूसरे के गले लगाना होगा,ये बातें सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव ने श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में जन अधिकार पार्टी (लो) के स्थापना दिवस समारोह सह जनाधिकार दिवस के मौके पर आयोजित संकल्प सभा को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि डॉ बाबासाहेब अंबेदकर ने संवैधानिक व्यवस्था के तहत दलितों के आरक्षण की व्यवस्था की थी. उसी आरक्षण के कारण आज दलितों को आर्थिक सशक्तीकरण और सामाजिक सम्मान का अवसर मिल रहा है. हमने संकल्प और आजादी शब्द की व्याख्या करते हुए कहा कि गरीब, वंचितों और उपेक्षित वर्गों के मान-सम्मान और स्वाभिमान का संकल्प लेते हैं. पूंजीपतियों, उद्योगपतियों, रियल एस्टेट, दलालों, बेईमानों, आतंक की राजनीति से आजादी चाहते हैं.
जाति, धर्म और महजब की संकीर्णता की राजनीति समाप्त होनी चाहिए. धर्म के नाम पर शोषण समाप्त होना चाहिए. देश की अर्थव्यवस्था बदल रही है,जाति आधारित व्यवसाय बदल रहा है इसलिए जाति भी खत्म होनी चाहिए. जाति के टूटे बिना विकास संभव नहीं है.उन्होंने कहा कि बिना विचारों के बदलाव की संभावना नहीं है। इसलिए जन अधिकार पार्टी (लो) विचारों की राजनीति करती है. राजद प्रमुख लालू यादव व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जयप्रकाश, लोहिया, कर्पूरी ठाकुर, जगदेव प्रसाद के विचारों के साथ विश्वासघात किया है. उनके विचारों के साथ सौदेबाजी की है. नीतीश कुमार शराबबंदी के नाम पर अपनी राजनीति चमका रहे हैं, अपनी प्रतिबद्धता दिखा रहे हैं लेकिन यही प्रतिबद्धता समान शिक्षा और अनिवार्य शिक्षा के लिए क्यों नहीं दिखाते हैं.
पप्पू यादव ने कहा कि किसी भी देश के विकास में जलमार्ग का बड़ा योगदान है.यही कारण है कि पार्टी नदियों को जोड़ने के लिए अभियान चलाएगी. सांसद ने कहा कि पार्टी बाल मजदूरी उन्मूलन के लिए भी अभियान चलाएगी और पार्टी के कार्यकर्ता बाल मजदूरी को हर स्तर पर रोकेंगे. ‘सेवाश्रम’ की चर्चा करते हुए हमने कहा कि सेवाश्रम में जाति और धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है. किसी की जिदंगी बचाने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि कश्मीर की समस्या का राजनीतिक समाधान ही संभव है.उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से स्वरोजगार पैदा करने की अपील की. रोटी पैदा कीजिए और दूसरे को रोटी दीजिए. पीडीएस और अमीन भ्रष्टाचार के दो प्रमुख कारक हैं और इनके खिलाफ भी संघर्ष की जरूरत है.