नाथ बाबा मंदिर में अतिरुद्र यज्ञ में आएंगे यूपी के CM
बक्सर की धरती पर आने के पहले ही विश्वामित्र का मिला आशीर्वाद
विश्वामित्र की धरती पर आने के पहले ही विश्वामित्र का आशीर्वाद गोरखपुर के सांसद आदित्यनाथ योगी को मिल गया. योगी यूपी के सीएम बनाये गये हैं. विश्वामित्र की धरती मर्यादा पुरुषोत्तम राम की भी शिक्षा भूमि रही है. श्री आदिनाथ अखाड़ा श्री नाथ आश्रम, चरित्रवन बक्सर में चन्द्रमौलिश्वर महादेव की प्रतिष्ठा का स्वर्णजयंती समारोह आगामी 19 अप्रैल को होगा. इस समारोह के अवसर पर भगवान् भोले शंकर की अतिरुद्र यज्ञ अनुष्ठान भी किया जाएगा. कार्यक्रम में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के भी आने की संभावना है. यह कार्यक्रम यूपी चुनाव से पूर्व ही तय किया जा चुका है. हालांकि उस वक्त योगी आदित्यनाथ गोरखपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद थे. जिन्हें यूपी चुनाव में भाजपा को मिले ऐतिहासिक जीत के बाद उत्तरप्रदेश का मुख्यमंत्री चुना गया है. इस बात को लेकर शहर में दिनभर चर्चा होती रही कि अब योगी आदित्यनाथ सीएम बनने के बाद बक्सर आएंगे या नहीं.
50 साल पूर्व हुई स्थापना
मान्यता है कि श्री नर्मदेश्वर महादेव जी को श्री आदिनाथ अखाड़ा के पीठाधीश्वर श्री त्रिलोकीनाथ बाबा जी उर्फ नाथ बाबा ने पग यात्रा कर मां नर्मदा से लाकर बक्सर में 50 साल पहले स्थापित किया था. तब से अनवरत इनकी पूजा अर्चना चल रही है. श्री अतिरुद्र यज्ञ अनुष्ठान के लिए 19 अप्रैल से 28 अप्रैल तक आयोजित होगा. जानकारी के अनुसार यह शिव जी का सबसे बड़ा यज्ञ माना जाता है. इसमें लगभग 25 लाख आहुतियां दी जाती हैं. दर्शन एवं भजनानन्द के लिये शिवानुरागी भक्त जन उपरोक्त यज्ञ में सहभागी बनेंगे.
नाथ पंथ का अखाड़ा है आदिनाथ अखाड़ा
योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महन्त अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं. वह हिन्दू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं, जो कि हिन्दू युवाओं का सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह है. अधिकांश लोग नाथपंथ को केवल गोरखपुर स्थित गोरक्षपीठ तक ही सीमित मानते हैं, मगर नाथ योगियों के मठ पूरी दुनिया में हैं. उसी में बक्सर का आदिनाथ अखाड़ा भी है.
बक्सर सांसद अश्विनी चौबे लखनऊ में योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए. बक्सर सांसद के साथ शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने बक्सर से कई और लोग पहुंचे हुए थे.
रिपोर्ट- बक्सर से ऋतुराज